फूलमालाओं से किया स्वयंसेवियों का स्वागत
गुप्तकाशी : राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्तराखंडी लोक संस्कृ
गुप्तकाशी : राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्तराखंडी लोक संस्कृति की छाप छोड़ने के बाद जनपद लौटे स्वयंसेवियों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
गत 25 नवंबर से एक दिसंबर तक गुजरात के सरदार पटेल विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय शिविर में उत्तराखंड से दस स्वयंसेवियों ने प्रतिभाग किया था। जिसमें रुद्रप्रयाग के तीन, चमोली एवं पौड़ी से दो-दो, टिहरी, हरिद्वार एवं देहरादून से एक-एक स्वयंसेवी थे। राष्ट्रीय शिविर में हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विद्यालय लौटे स्वयंसेवियों का भव्य स्वागत किया गया। रुद्रप्रयाग से चयनित तीनों स्वयं सेवक राजकीय इंटर कॉलेज बसुकेदार के हैं। गुजरात के अनुभव साझा करते हुए उत्तराखंड टीम प्रभारी एवं राजकीय इंटर कॉलेज बसुकेदार के एनएसएस प्रभारी जगदीश टम्टा ने बताया कि सात दिवसीय राष्ट्रीय शिविर में स्वयंसेवियों ने नुक्कड़ नाटक, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तीकरण सहित कई गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वहीं झूमैलो, चैफला, थड़िया नृत्य एवं नंदा राजजात का प्रदर्शन कर उत्तराखंडी लोक संस्कृति की अमिट छाप छोड़ी और राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान भी बनाई। (संसू)