यात्रियों ने खुले आसमान के नीचे गुजारी सर्द रात
केदारनाथ यात्रा रोके जाने और बारिश से विभिन्न पड़ावों पर रुके यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गयीं।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा रोके जाने और बारिश से विभिन्न पड़ावों पर रुके यात्रियों को रहने के लिए होटल व लाज न मिलने से वह खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। सरकार ने केदारनाथ यात्रा पर रोक लगाने के बाद विभिन्न पड़ावों पर यात्रियों को रोक तो लिया, लेकिन उनके रहने की व्यवस्था नहीं की।
चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को अचानक मौसम विभाग के अलर्ट के चलते विभिन्न पड़ावों पर रोक दिया गया था। जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से लेकर अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, गौरीकुंड समेत एक दर्जन से अधिक पड़ावों पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई। रविवार व सोमवार को बारिश के बीच कई जगहों पर सड़कें बंद होने से यात्रियों को परेशान झेलनी पड़ी। भीड़ के चलते यात्रियों को रात बिताने के लिए होटल व लाज नहीं मिल सके, जो मिल भी रहे थे उनका किराया काफी अधिक था, जिससे बड़ी संख्या में यात्री खुले आसमान के नीचे ही रात बिताने को मजबूर हुए। रुद्रप्रयाग नगर में भी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए कुछ स्थानों पर व्यापार संघ ने मदद की। रुद्रप्रयाग व्यापार संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल ने बताया कि कुछ यात्रियों को नए बस अड्डे स्थित बारातघर में रात रुकने की व्यवस्था की गई। जिला उद्योग व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना ने बताया कि यात्रियों की समस्या देखते हुए व्यापार संघ के प्रतिनिधियों से भी यात्रियों की मदद का आग्रह किया गया है। व्यापारी अनेक स्थानों पर यात्रियों की मदद कर भी रहे हैं।
वहीं, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि बारिश और सड़क बंद होने से रुद्रप्रयाग सहित कुछ स्थानों पर दिक्कतें हुई हैं, कितु समस्या को देखते हुए शीघ्र समय रहते हुए समाधान कर लिया गया। नगरासू गुरुद्वारे, नगर की प्रमुख धर्मशालाओं, तिलवाड़ा जीएमवीएन, स्पोर्ट्स कालेज अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी आदि स्थानों पर यात्रियों को रुकने की व्यवस्थाएं की गई। प्रशासन ने यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए देर रात तक हर संभव व्यवस्थाएं जुटाई।