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आइएमए विलेज योजना से बदलेगी गांव की सूरत

रविंद्र कप्रवान, रुद्रप्रयाग किसानों की आय दोगुनी करने और गांव से हो रहे पलायन को रोक

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 03:00 AM (IST)
आइएमए विलेज योजना से बदलेगी गांव की सूरत
आइएमए विलेज योजना से बदलेगी गांव की सूरत

रविंद्र कप्रवान, रुद्रप्रयाग

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किसानों की आय दोगुनी करने और गांव से हो रहे पलायन को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने हर ब्लॉक में एकीकृत आदर्श कृषि गांव (आइएमए विलेज) का चयन किया है। जिले के तीनों ब्लॉकों से एक-एक गांव का चयन इस योजना के लिए हुआ है। गांवों को कृषि एवं पशुपालन समेत सभी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। सरकार की प्रत्येक गांव में एक से डेढ़ करोड़ करोड़ रुपये का बजट खर्च करने की योजना है। इस योजना के शुरू होने से जहां कृषि को बढ़ावा मिलेगा, वहीं किसानों की आर्थिकी में भी सुधार होगा।

भले सरकार समय-समय पर प्रदेश में कृषि को बढ़ावा देने के लिए तमाम योजनाएं संचालित तो करती है, लेकिन वह पूर्ण रूप से धरातल पर कम ही उतर पाती है। ऐसे में कृषि के प्रति लोगों के आकर्षित करने के लिए कोई ठोस नीति अभी तक प्रदेश में नहीं बन सकी है। अब प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में भाजपा सरकार एक ओर योजना की शुरुआत करने जा रही है, जिसमें प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक से एक-एक गांव को योजना में शामिल किया है। योजना के तहत पांच वर्ष में गांवों को सभी सुविधाओं से लैस करने की योजना है। रुद्रप्रयाग जिले में वर्तमान में अगस्त्यमुनि, जखोली व ऊखीमठ तीन ब्लॉक अस्तित्व में हैं। इन तीनों ब्लॉकों में कुल 337 ग्राम पंचायतें संचालित हो रही हैं। इस बार योजना के क्रियान्वयन का कार्य कृषि विभाग को सौंपा गया है। जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक में नवासू, जखोली में बुढ़ना एवं ऊखीमठ में हुड्डू गांव को आइएमए विलेज के रूप में चयनित किया गया है। योजना का उद्देश्य कृषि को बढ़ावा देने के साथ ही किसानों को इससे जोड़ना है। योजना के तहत हर गांव में कृषि, पशुपालन, बागवानी, डेयरी, मत्स्य, मशरूम, मधुमक्खी, ¨सचाई समेत कई सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इससे जहां कृषि के क्षेत्र में इन गांवों की सूरत बदलेगी, वहीं किसानों की आर्थिकी में भी सुधार होगा। योजना के तहत होने वाले कार्यो की मॉनीट¨रग के लिए विशेष प्रकोष्ठ का गठन भी किया जाएगा। योजना के मुताबिक कृषि उत्पादों के विपणन की व्यवस्था को भी इसमें शामिल किया गया है। इसके साथ ही गांवों से पलायन कर चुके लोगों को भी इस योजना से जोड़ने की पहल की जाएगी। कृषि विभाग ने उक्त गांवों का आगणन तैयार कर शासन को भेज दिया है। बजट मिलते ही योजना पर कार्य शुरू किया जाएगा।

आइएमए के तहत इन गांवों का हुआ चयन

ब्लॉक,गांव

अगस्त्यमुनि,नवासू

जखोली,बुढना

ऊखीमठ,हुड्डू

सीएम आदर्श गांव योजना को नहीं लग सके पंख

वर्ष 2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रत्येक ब्लॉक में तीन मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम का चयन किया था, जिसमें ऊखीमठ ब्लॉक में सारी, अगस्त्यमुनि में कंडारा एवं जखोली में रतनपुर गांव का चयन किया था। इन गांवों में ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्रामीणों के बीच बैठकें हुई और ग्रामीणों के सुझाव के आधार पर गांवों के विकास योजनाएं की रूपरेखा भी तैयार की थी, जिसमें ग्राम्य, ¨सचाई, लोनिवि, कृषि, उद्यान, लघु ¨सचाई, जल संस्थान, लोनिवि, मस्त्य, सहकारिता, विद्युत निगम, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण समेत कई विभागों को शामिल किया था। इस योजना में भी गांवों को सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाओं से लैस करने की योजना थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन होने से यह योजना आज तक धरातल पर नहीं उतर सकी है। योजना का प्रस्ताव शासन में धूल फांक रहा है।

जिले में आइएमए विलेज योजना के तहत तीन गांवों का चयन हुआ है। योजना के तहत तीनों गांव में कृषि व उससे जुड़ी तमाम सुविधाएं दी जाएंगी। योजना के मुताबिक विभाग ने आगणन तैयार कर शासन को भेज दिया है। बजट की स्वीकृति मिलते ही शीघ्र इन गांवों के विकास का कार्य शुरू किया जाएगा।

एसएस वर्मा

मुख्य कृषि अधिकारी, कृषि विभाग रुद्रप्रयाग


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