केदारनाथ की पहाड़ियों पर चार दिन में नहीं मिला एक भी नर कंकाल
केदारनाथ आपदा में मृत यात्रियों के कंकाल खोजने के लिए चार दिन पूर्व सर्च अभियान पर निकली दस में से नौ टीम खाली हाथ लौट आई हैं।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ आपदा में मृत यात्रियों के कंकाल खोजने के लिए चार दिन पूर्व सर्च अभियान पर निकली दस में से नौ टीम खाली हाथ लौट आई हैं। एक टीम का अभियान अभी भी रामबाड़ा के ऊपर पहाड़ी पर जारी है। इस क्षेत्र में नर कंकाल होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा में मृत तीन हजार से अधिक यात्रियों के कंकाल खोजने के लिए बीते बुधवार को पुलिस व राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के जवानों की दस टीम केदारनाथ जाने वाले अलग-अलग रूट पर रवाना हुई थीं। इसमें से नौ टीम शनिवार को वापस लौट आईं। सर्च अभियान के दौरान किसी भी टीम को नर कंकाल नहीं मिले। लेकिन, रामबाड़ा के ऊपर पहाड़ी पर नर कंकाल होने की संभावना को देखते हुए एक टीम अभी भी अपना अभियान जारी रखे हुए है।
पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि इस टीम का अभियान एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। बताया कि टीमों ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक वर्तमान पैदल मार्ग के आसपास के क्षेत्र, गौरीकुंड से गोऊ मुखड़ा, गौरीकुंड से मुनकटिया के ऊपरी क्षेत्र होते हुए सोनप्रयाग, त्रियुगीनारायण से गरुड़चट्टी होते हुए केदारनाथ, कालीमठ से चौमासी होते हए रामबाड़ा, जंगलचट्टी, रामबाड़ा व केदारनाथ बेस कैंप के ऊपरी क्षेत्र, केदारनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र, केदारनाथ से चौराबाड़ी समेत आसपास के क्षेत्र और केदारनाथ से वासुकीताल ट्रैक पर सर्च अभियान चलाया।