सैनिक स्कूल अन्यत्र शिफ्ट करने का होगा विरोध
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : विकासखंड जखोली के थाती दिगधार बड़मा में स्वीकृत सैनिक स्कूल के निम
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : विकासखंड जखोली के थाती दिगधार बड़मा में स्वीकृत सैनिक स्कूल के निर्माण पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। क्षेत्र में करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद अब इस विद्यालय को अन्यत्र शिफ्ट करने पर मंथन चल रहा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय को अन्यत्र शिफ्ट करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
2013-14 में जिले में केंद्र सरकार ने जिले के बड़मा दिग्धार में सैनिक स्कूल की सौगात दी थी। स्वीकृति मिलने पर क्षेत्र के थाती-बड़मा, मुन्नादेवल, डंगवागांव, ब्राह्मणगांव एवं सेम के ग्रामीणों ने अपनी 1000 नाली ¨सचित भूमि दान कर दी थी। जिसके बाद सैनिक कल्याण व मंडी परिषद ने विद्यालय निर्माण के लिए पांच-पांच करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। यूपी निर्माण निगम को विद्यालय निर्माण के लिए धनराशि अवमुक्त कर दी गई। निर्माणदायी संस्था ने यहां भूमि का समतलीकरण एवं चार दीवारी का काम किया। इस निर्माण में अधिक बजट खर्च होने से शिक्षा निदेशालय की ओर से इसकी जांच करवाई गई। जिसमें काफी अनियमिताएं पाने पर संस्था से दो करोड़ की रिकवरी की गई। 2016 से विद्यालय भवन का निर्माण बंद पड़ा हुआ है। ग्रामीणों को यह उम्मीद थी कि क्षेत्र में सैनिक स्कूल खुलने से क्षेत्र की प्रतिभाएं उभर कर भारतीय सेना के उच्च पदों पर आसीन होंगी। लेकिन यह सैनिक स्कूल धीरे धीरे राजनीति की भेट चढ़ता दिखाई दे रहा है। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान को लेकर क्षेत्रीय जनता ने कड़ा रोष व्यक्त किया है।
सैनिक स्कूल निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कालीचरण रावत ने कहा कि तत्कालीन सरकार की ओर से प्रस्तावित सैनिक स्कूल का निर्माण दिगधार में ही होना चाहिए। यहां क्षेत्रीय लोगों ने एक हजार से अधिक नाली ¨सचित भूमि विद्यालय के लिए दान दी है। लंबे समय से सरकार जांच के नाम पर विद्यालय निर्माण कार्य को आगे नहीं बढ़ा रही है। कहा कि सैनिक स्कूल अन्यत्र शिफ्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन ऐसा हुआ तो जनता उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगी। वहीं, विधायक भरत ¨सह चौधरी ने बताया इस संबंध में वह सीएम व मुख्य सचिव से भी मिले हैं। जिससे शीघ्र कोई निष्कर्ष निकलने की उम्मीद है।