आशा ने पीएम से की यात्रा भत्ता देने की मांग
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत कार्य कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने यात्रा भत्ता देने की मांग प्रधानमंत्री से की है। इसके साथ ही वर्ष में दो बार गणवेश और चिकित्सालय में विश्राम कक्ष की व्यवस्था करने की मांग भी की।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत कार्य कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने यात्रा भत्ता देने की मांग प्रधानमंत्री से की है। इसके साथ ही वर्ष में दो बार गणवेश और चिकित्सालय में विश्राम कक्ष की व्यवस्था करने की मांग भी की। वहीं कुछ गतिविधियों और कार्यों के लिए वर्तमान में निर्धारित इंसेंटिव राशि को यथावत रखने से आशाएं काफी हताश व निराश हैं।
आशा वर्कर्स संगठन की जिलाध्यक्ष कमला राणा, ललिता कठैत, भरोसी देवी ने पीएम को भेजे पत्र में कहा कि जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं देने में आशाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने, स्वच्छता का महत्व बताने समेत कई कार्य भी वो करती हैं। इसके बदले उनके लिए कोई वेतन की व्यवस्था तक नहीं है। मात्र अल्प प्रोत्साहन राशि देकर ही उन्हें संतोष किया जा रहा है। बीते 11 सितंबर को पीएम ने वीसी के माध्यम से आशाओं के प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने का एलान किया था। जब इस संबंध में शासनादेश जारी हुआ तो मात्र पांच गतिविधियों एवं कार्यों में मिलने वाला भत्ता एक हजार को बढ़ाकर दो हजार किया गया है। शेष कार्यों में प्रोत्साहन भत्ते को यथावत रखा गया है। जिस पर आशाओं ने खासी नाराजगी जताई। उन्होंने पीएम से आशाओं को वर्ष में दो बार गणवेश देने, चिकित्सालयों में विश्राम कक्ष बनाने और यात्रा भत्ता देने की मांग भी उठाई है।