बुनियादी समस्याओं से जूझ रही मनसूना घाटी
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: मनसूना घाटी के लोग लंबे समय से यातायात, शिक्षा एवं दूरसंचार समेत विि
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: मनसूना घाटी के लोग लंबे समय से यातायात, शिक्षा एवं दूरसंचार समेत विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि मांगों का जल्द समाधान न हुआ तो वह 21 जनवरी से तहसील प्रांगण में धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
ग्रामीणों ने एसडीएम ऊखीमठ के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा कि क्षेत्रीय जनता लंबे समय से ऊखीमठ-रांसी, अकतोलीधार-गोंडार, गैड-गडगू, राउंलेक से जग्गी बेडुला कलीमठ, गिरिया से उनियाणा पोल्दी दोणी मोटर मार्ग निर्माण एवं सुधारीकरण की मांग करती आ रही है, लेकिन विभागीय अधिकारी मात्र आश्वासन देने तक ही सीमित हैं।
कहा कि न्याय पंचायत मनसूना क्षेत्र में स्थित सभी विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त होने के साथ ही विद्यालय भवनों की स्थिति जीर्णशीर्ण बनी हुई है, जो बड़े हादसे को न्यौता दे रहे हैं। विद्यालय में शिक्षकों के पद रिक्त होने से छात्रों के पठन-पाठन काफी प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा, क्षेत्र में दूरसंचार की गंभीर समस्या है। क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने, आपदा प्रभावित परिवारों का पुनर्वास व विस्थापन करने की मांग भी शामिल है। क्षेत्र की तमाम समस्याओं को लेकर पूर्व में कई बार शासन-प्रशासन के साथ ही सीएम को भी ज्ञापन भेजा गया है, ¨कतु कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। कहा कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो 21 जनवरी को तहसील परिसर ऊखीमठ में बड़ा जुलूस निकाला जाएगा। इसके बाद 28 फरवरी से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। ज्ञापन में प्रधान संगठन अध्यक्ष मदन ¨सह, राकेश नेगी, जीतपाल ¨सह, राजकुमारी राणा, सरिता देवी, विक्रम ¨सह, राजपाल ¨सह, मदन ¨सह के हस्ताक्षर हैं।