बाल वैज्ञानिकों के नौ प्रोजेक्ट राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में बाल वैज्ञान
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभा का प्रदर्शन कर अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। जिसमें कुल 30 बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्टों में से नौ प्रोजेक्ट राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित किए गए।
राबाइंका अगस्त्यमुनि में आयोजित 29वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में अटल उत्कृष्ठ राइका ऊखीमठ की आइशा, राइका फाटा के आकाश जमलोकी, राइका मणिपुर की मधु, राइका बसुकेदार की आंचल भंडारी, अटल उत्कृष्ठ राइका अगस्त्यमुनि के शुभम, राइका नागजगई की मेघा, अटल उत्कृष्ठ राइका रुद्रप्रयाग के शुभम काला, राइका कंडारा के रोहित भट्ट तथा राइका तिलकनगर की सुशुमलता के प्रोजेक्ट राज्य स्तरीय के लिए चयनित हुए।
जिला आयोजन समिति के संरक्षक एवं राइका अगस्त्यमुनि के प्रधानाचार्य हरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। उन्होंने कहा कि छोटी उम्र से ही बच्चों में हर वस्तु के बारे में जानकारी हासिल करने की उत्सुकता रहती है। यह उत्सुकता उन्हें वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित करती है।
बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक एवं प्रधानाचार्य राइंका मणिपुर महावीर सिंह रावत ने बताया कि इस वर्ष का मुख्य विषय सतत जीवन के लिए विज्ञान है। जिला आयोजन समिति के अध्यक्ष डीसी थपलियाल ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के बारे में बताया।
कार्यक्रम को जिला अकादमिक समन्वयक लक्ष्मी रावत, जिला सह समन्वयक आरएस पंवार, जिला उपाध्यक्ष हर्षवर्धन शुक्ला, कुसुम भट्ट, संतोष बिष्ट, अश्विनी गौड़, मार्ग दर्शक शिक्षक अनन्त विजय सिंह, जेपी चैकियाल, जेएस रावत, शेखर ममगाई, राजेश चंद्र, वीपी पुरोहित, जेएल टम्टा सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक एवं बाल वैज्ञानिक मौजूद थे।