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केदारनाथ में घोड़ा-खच्चर पर लगेगा प्लास्टिक कचरा ढोने को बैग

अब केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चरों पर दस किलो का एक बैग भी रखना होगा, जिससे प्लास्टिक कचरे को उसमें डाला जा सके।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 13 Apr 2018 08:13 PM (IST)Updated: Sat, 14 Apr 2018 05:04 PM (IST)
केदारनाथ में घोड़ा-खच्चर पर लगेगा प्लास्टिक कचरा ढोने को बैग
केदारनाथ में घोड़ा-खच्चर पर लगेगा प्लास्टिक कचरा ढोने को बैग

रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चर संचालकों को मेडिकल व वैटनरी किट के साथ दस किलो का एक बैग भी साथ रखना होगा। ताकि यात्री प्लास्टिक कचरा उसमें डाल सकें। इससे धाम में स्वच्छता बनी रहेगी। यह निर्देश जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने घोड़ा-खच्चर को दिए। उन्होंने यह भी कहा कि सभी घोड़ा-खच्चर स्वामी यात्रा शुरू होने से पूर्व बीमा प्रक्रिया अनिवार्य रूप से पूरी कर लें। गौरतलब हैं कि केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। 

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सोनप्रयाग में आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि यदि यात्रा के दौरान किसी घोड़ा-खच्चर की मौत हो जाती है तो संबंधित घोड़ा-खच्चर स्वामी उसका नजदीकी अस्पताल में पोस्टमार्टम अवश्य करवाए। ताकि घोड़ा-खच्चर स्वामी को समय से बीमा राशि का भुगतान हो सके। इस मौके पर घोड़ा-खच्चर स्वामियों ने शिकायत की कि घोड़ा-खच्चरों के लिए स्थानीय स्तर पर जिस चारे की खरीद होती है, वह निम्न गुणवत्ता का होता है।

इस पर डीएम ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर चारे की नियमित जांच के निर्देश दिए। साथ ही घोड़ा-खच्चर स्वामियों और हॉकर्स को पहचान पत्र बनवाने को भी कहा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी व सीओ अभय कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी, घोड़ा-खच्चर स्वामी और हॉकर्स मौजूद रहे।

डीएम ने यह भी दिए निर्देश

-यात्रा के दौरान घोड़ा पड़ाव से ही होगा घोड़ा-खच्चरों का संचालन।

-यात्रियों से अधिक किराया वसूलने पर निरस्त होगा घोड़ा-खच्चर संचालकों का लाइसेंस।

-घोड़ा-खच्चरों के संचालन को यात्रा शुरू होने से पहले दुरुस्त करना होगा गौरीकुंड से मंदिर समिति वाला मार्ग।

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