जखोली ब्लाक का बुढ़ना गांव भी जुड़ेगा मोटरमार्ग से
जखोली ब्लाक का बुढ़ना गांव भी अब सड़क से जुडे़गा। शनिवार को विधायक भरत चौधरी ने भूमिपूजन कर मोटरमार्ग का शिलान्यास किया है। मोटरमार्ग का निर्माण होने से क्षेत्र की दो हजार आबादी को इसका लाभ मिलेगा।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जखोली ब्लाक का बुढ़ना गांव भी अब सड़क से जुडे़गा। शनिवार को विधायक भरत चौधरी ने भूमिपूजन कर मोटरमार्ग का शिलान्यास किया है। मोटरमार्ग का निर्माण होने से क्षेत्र की दो हजार आबादी को इसका लाभ मिलेगा।
जखोली विकासखंड के अंतर्गत टिहरी घनसाली मोटरमार्ग के फतेडु से राइका बुढ़ना, नगेला एकलिग, कंडवालगांव, घुराणगांव होते हुए धान्यु तक पांच किमी मोटरमार्ग के लिए 1.45 करोड़ की स्वीकृति मिली थी। विधायक चौधरी ने बताया कि क्षेत्रीय जनता लंबे समय से सड़क निर्माण की मांग कर रही थी, लेकिन वन भूमि की स्वीकृति न मिलने से सड़क निर्माण प्रकिया आगे नहीं बढ़ पा रही थी। शासन से वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद अब सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि 2017 से पीएमजीएसवाई, राज्य योजना, विधायक निधि से विधानसभा क्षेत्र में 60 से अधिक सड़कें स्वीकृत होकर उन पर कार्य हो चुका है। विधानसभा क्षेत्र के 95 प्रतिशत गांव सड़क से जुड़ चुके हैं, शेष गांवों को जोड़ने की प्रकिया जारी है।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, पूर्व राज्यमंत्री शिव प्रसाद ममगाई, जिला पंचायत सदस्य भारतभूषण भट्ट, मंडल अध्यक्ष मेहरबान रावत, भूपेंद्र भंडारी, संजय राणा, संजपाल नेगी सहित क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास
श्रीनगर गढ़वाल : सरस्वती शिशु मंदिर श्रीनगर में शनिवार को अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें अभिभावकों ने विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था और उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुरेंद्र बलूनी ने कहा कि बच्चे का पूर्ण रूप से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास भी होता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य मदनमोहन नौटियाल ने कहा कि शिशु के सर्वागीण विकास को लेकर अभिभावकों का सहयोग बहुत जरूरी है। इस मौके पर रघुनंदन पुरी, विजय रावत, रोहित कुमार, हेमंती देवी, पूनम देवी, मीना देवी सहित अन्य कई अभिभावकों ने भी विचार व्यक्त करते हुए विद्यालय के विकास में तेजी लाने को लेकर सुझाव भी दिए। शिशु मंदिर के आचार्य योगेंद्र रमोला द्वारा सम्मेलन का संचालन किया गया। (जासं)