35 हजार जॉब कार्डधारक रोजगार 419 को मिला
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब जनता को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सं
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब जनता को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित केंद्रीय वित्त पोषित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के जनपद के बेरोजगार युवाओं पर फिट नहीं बैठ रही है। चालू वित्तीय वर्ष में अब मात्र 419 पात्रों को ही सौ दिन का रोजगार दिया गया है, जबकि बीते वर्ष 2148 पात्रों को सौ दिन का रोजगार मिला।
वर्ष 2005 में केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की शुरूआत की थी। जिसके बाद जिले में यह योजना वर्ष 2008 से विधिवत रूप से शुरू की गई। योजना में जल संरक्षण, सूखा निवारण, वनीकरण एवं वृक्षारोपण, सिंचाई नहर सूक्ष्म एवं लघु ¨सचाई कार्य, परंपरागत जल सरचनाओं का जीर्णोद्वार, तालाबों की सफाई, भूमि विकास एवं मलबा निस्तारण,
बाढ़ नियंत्रण एवं सुरक्षा कार्य, जल भराव क्षेत्रों से जल निकासी, ख¨डजा मार्ग, मत्स्य पालन तालाब, व्यक्तिगत व सामुदायिक शौचालय, विद्यालय शौचालय, आंगनबाड़ी केंद्र, खेल मैदान व हैलीपेड, राजीव गांधी सेवा केंद्र तथा मेरा गांव मेरी सड़क योजनाएं शामिल हैं। जिले में तीन ब्लॉकों में 339 ग्राम पंचायतें अस्तित्व में है। जिनमें मनरेगा योजना के तहत विभाग के पास कुल 47170 कार्डधारक पंजीकृत हैं। जिनमें से 35595 जॉब कार्डधारक सक्रिय हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक में चयनित प्रस्तावों के आधार संबंधित निर्माण कार्य किया जाता है। मनरेगा में 175 रुपये मजदूरी के हिसाब से निर्माण कार्य किया जाता है। 2017-18 में जिले में मनरेगा के तहत 30.35 करोड़ का बजट खर्च कर 2148 पात्रौं को सौ दिन का रोजगार दिया गया है। जबकि चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से सितंबर तक मात्र 11.58 करोड़ का बजट खर्च कुल 419 पात्रों को सौ दिन का रोजगार प्राप्त हुआ है। बजट के अनुसार ही गांवों में निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। पैंतीस हजार से अधिक जॉब कार्ड धारक होने के बावजूद मात्र 419 को ही छह महीने में रोजगार देने के से सरकार की इस योजना पर सवाल उठना लाजिमी है। जिले में सौ दिन रोजगार की ब्लॉकवार स्थिति-
ब्लॉक जॉबकार्ड सौ दिन रोजगार
अगस्त्यमुनि 16000 126
ऊखीमठ 7924 123
जखोली 11671 170
जिले में मनरेगा के तहत जॉब कार्डधारकों को सौ दिन का मुहैया कराने के लिए विभागीय स्तर से पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष कुल 2148 पात्रों को एक सौ दिन का रोजगार दिया है। जबकि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 419 जॉबकार्ड धारक कों सौ दिन का रोजगार दिया गया है। मनरेगा में मजदूरी करने वाले पात्रों के बैंक खाते में सीधा ऑनलाइन डाली जा रही है। एएस गुंज्याल, जिला विकास अधिकारी, ग्राम्य विकास विकास रुद्रप्रयाग