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केदारनाथ में नजर आने लगी नुकसान की तस्वीर

संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग केदारनाथ धाम लिनचोली रुद्रा प्वाइंट से जैसे-जैसे बर्फ पिघल रही है

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 06:29 AM (IST)
केदारनाथ में नजर आने लगी नुकसान की तस्वीर
केदारनाथ में नजर आने लगी नुकसान की तस्वीर

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम, लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट से जैसे-जैसे बर्फ पिघल रही है, बर्फ से हुए नुकसान की तस्वीरें सामने आने लगी हैं। हालांकि, अभी भी केदारपुरी से लिनचोली के बीच पांच से छह फीट बर्फ मौजूद है, जिससे नुकसान का सही आकलन नहीं हो पा रहा। इसके लिए बर्फ पिघलने का इंतजार करना पड़ेगा।

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शीतकाल के दौरान केदारनाथ में जबर्दस्त बर्फबारी हुई, जिससे धाम में आपदा के बाद बने कॉटेज बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कार्यालय, भंडारगृह, भोग मंडी व कर्मचारी आवासों को भारी नुकसान पहुंचा है। पैदल यात्रा मार्ग के प्रमुख पड़ाव लिनचोली में भी जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) के अधिकांश हट रहने लायक स्थिति में नहीं हैं। करीब 15 हट तो पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। बाकी का क्या हाल है, यह पूरी तरह बर्फ हटने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। फिलवक्त यहां पांच फीट बर्फ जमी हुई है।

यात्रा सीजन के दौरान लिनचोली में लगभग एक हजार यात्रियों के रहने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की जाती है, लेकिन कॉटेज ध्वस्त होने के कारण अब यात्रा शुरू होने से पूर्व अतिरिक्त व्यवस्थाएं जुटानी होंगी। मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों के भवनों को किराये पर लेने के लिए बातचीत कर रही है। ताकि, यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो। वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि धाम व यात्रा पड़ावों पर बर्फबारी से हुए नुकसान का ब्योरा जुटाया जा रहा है। जहां भी कॉटेजों को नुकसान पहुंचा है, वहां यात्रियों के ठहरने को अतिरिक्त व्यवस्थाएं जुटाई जाएंगी।

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बर्फबारी से यात्रा तैयारियों पर असर

केदारनाथ में बीते एक सप्ताह से लगातार बर्फबारी होने के कारण यात्रा तैयारियों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। गुरुवार को भी पूरे दिन रुक-रुककर बर्फ गिरने से बर्फ हटाने का कार्य नहीं हो सका। खासकर, पैदल मार्ग पर काम करने में श्रमिकों को खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं।


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