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Kedarnath Yatra: तीन दिन से रुकी केदारनाथ यात्रा फिर शुरू, 12 हजार यात्री हुए धाम के लिए रवाना

तीन दिन से रुकी केदारनाथ धाम की यात्रा बुधवार को फिर से शुरू हो गई। भारी बारिश के चलते विगत रविवार को सरकार ने चारधाम की यात्रा रोकी गई थी। मौसम खुलने पर बुधवार सुबह यात्रियों की आवाजाही शुरू कर दी गई है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 02:41 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 09:03 PM (IST)
Kedarnath Yatra: तीन दिन से रुकी केदारनाथ यात्रा फिर शुरू, 12 हजार यात्री हुए धाम के लिए रवाना
तीन दिन से रुकी केदारनाथ धाम की यात्रा बुधवार को फिर से शुरू हो गई।

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग। मौसम खुलने के बाद केदारनाथ यात्रा फिर शुरू हो गई। लगातार बारिश के कारण यात्रा तीन दिन के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थी। ऐसे में रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक विभिन्न पड़ावों पर रोके गए हजारों यात्री मौसम खुलने का इंतजार कर रहे थे। बुधवार को लगभग 12 हजार यात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना हुए। बदरीनाथ यात्रा भी शुरू कर दी गई है, लेकिन विष्णु प्रयाग से आगे तीन स्थानों पर हाइवे बंद पड़े होने के कारण 2500 यात्री बदरीनाथ, 80 लामबगड़, सौ हनुमानचट्टी, सौ गोविंदघाट गुरुद्वारा व 500 जोशीमठ गुरुद्वारा में फंसे हुए हैं। जबकि, लगभग दो हजार यात्री बिना दर्शनों के ही जोशीमठ से वापस लौट गए। बदरीनाथ हाइवे के गुरुवार को खुलने की उम्मीद है। उधर, गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा मंगलवार से सुचारु है। दोनों धाम में 3800 से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए।

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मौसम विभाग के अलर्ट के चलते बीते 17 अक्टूबर को प्रशासन ने चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी थी। इसके बाद हजारों यात्रियों को रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, नारायणकोटी, सोनप्रयाग, गौरीकुंड आदि पड़ावों पर रोक दिया गया था। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि बुधवार सुबह यात्रा दोबारा शुरू होने पर सोनप्रयाग से 11723 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना किए गए। इस मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी बाबा केदार के दर्शन किए। बीते 18 सितंबर को कपाट खुलने के बाद से अब तक 1.15 लाख से अधिक यात्री केदारनाथ दर्शनों को पहुंच चुके हैं।

उधर, यात्रा शुरू होने के बावजूद बदरीनाथ हाइवे विष्णु प्रयाग से आगे टैया पुल, बेनाकुली व रड़ांग बैंड में बंद पड़ा है। ऐसे में विभिन्न पड़ावों पर फंसे यात्री न तो बदरीनाथ जा पाए और न बदरीनाथ में फंसे यात्री गंतव्यों को रवाना ही हो पाए। बदरीनाथ धाम में तीन दिन से बिजली गुल होने के कारण संचार नेटवर्क भी पूरी तरह ठप पड़ा है। इससे यात्रियों का उनके स्वजन से संपर्क नहीं हो पा रहा।

हालांकि, मौसम खुलने के बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने हाइवे को खोलने का काम तेज कर दिया है। विष्णु प्रयाग तक हाइवे को सुचारु करने के साथ ही लामबगड़ व हनुमानचट्टी समेत 11 स्थानों से मलबा हटा दिया गया है। अब सिर्फ तीन स्थानों पर ही हाइवे मलबे आने के कारण अवरुद्ध है। दूसरी ओर, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा मंगलवार से ही सुचारु है। बुधवार को 1433 यात्री गंगोत्री और 2444 यात्री यमुनोत्री धाम पहुंचे।

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