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केदारनाथ के लिए बढ़ा पैदल यात्रा का आकर्षण, यात्री उठा रहे रोमांच का लुत्फ

केदारनाथ के लिए हेली सेवा का क्रेज तेजी से बढ़ा हो लेकिन अब आम यात्री पैदल यात्रा को ही अहमियत दे रहा है। वह पैदल मार्ग की चुनौतियों को यात्रा का अहम हिस्सा मानता है।

By Edited By: Published: Wed, 26 Jun 2019 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jun 2019 08:35 PM (IST)
केदारनाथ के लिए बढ़ा पैदल यात्रा का आकर्षण, यात्री उठा रहे रोमांच का लुत्फ
केदारनाथ के लिए बढ़ा पैदल यात्रा का आकर्षण, यात्री उठा रहे रोमांच का लुत्फ

रुद्रप्रयाग, जेएनएन। आपदा के बाद के वर्षों में भले ही केदारनाथ के लिए हेली सेवा का क्रेज तेजी से बढ़ा हो, लेकिन अब आम यात्री पैदल यात्रा को ही अहमियत दे रहा है। वह पैदल मार्ग की चुनौतियों को यात्रा का अहम हिस्सा मानता है। इसलिए यात्रा के इस आकर्षण से वंचित नहीं रहना चाहता। संभवत: इसीलिए इस बार हेली सेवा से केदारनाथ दर्शनों को पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। हालांकि, इसकी एक बड़ी वजह बीते वर्ष की अपेक्षा कम हेली कंपनियों को ही केदारनाथ के लिए उड़ान की अनुमति दिए जाने को भी माना जा रहा है।

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बीते वर्ष 14 कंपनियों को उड़ान की अनुमति थी, जबकि इस बार महज नौ कंपनियां ही सेवाएं दे रही हैं। केदारनाथ की यात्रा चारधाम यात्रा में सबसे चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यात्रियों को जहां गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किमी की चढ़ाई पैदल नापनी पड़ती है, वहीं केदारनाथ में ऑक्सीजन का लेबल कम होने के कारण स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। बावजूद इसके यात्रियों में जैसा उत्साह देखने को मिल रहा है, उसके सामने यह तमाम चुनौतियों बौनी हो गई हैं। इसकी तस्दीक दर्शनों को उमड़ रहे यात्रियों की भीड़ कर रही है। 

इस बार धाम के कपाट नौ मई को खोले गए और 24 जून तक 748140 यात्री बाबा के दर्शन कर चुके थे। इसमें 458024 यात्री वह हैं, जो पैदल ही दर्शनों को पहुंचे। जबकि, 238982 यात्री घोड़ा-खच्चर से बाबा के दर पर पहुंचे। यानी इस बार हेली सेवा से केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या महज 51134 है। बीते वर्ष की बात करें तो तब 109023 यात्रियों ने हेली सेवा से बाबा के दर्शन किए। जबकि, बाबा के दर्शनों को पहुंचने वाले यात्रियों की कुल संख्या 732260 थी। 

हालांकि, बीते 14 हेली कंपनियों ने केदारनाथ के लिए अपनी सेवाएं दी थी, जबकि इस बार महज नौ कंपनियों को ही इसकी अनुमति मिली। जो अब तक कुल 9148 उड़ानें केदारघाटी के विभिन्न हेलीपैड से केदारनाथ के लिए भर चुकी हैं। यानी प्रतिदिन 199 के आसपास उड़ान केदारनाथ के लिए भरी जा रही हैं। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि उच्च हिमालय से गुजरने वाले केदारनाथ पैदल मार्ग का अलग ही आकर्षण है, इसलिए यात्री हेली सेवा के स्थान पर पैदल यात्रा को ही अधिक तवज्जो दे रहे हैं। 

हेली सेवा में गिरावट आने का मुख्य कारण 

-यात्रियों में बढ़ा केदारनाथ पैदल मार्ग का आकर्षण 

-हेली टिकटों की बुकिंग में बढ़े धोखाधड़ी के मामले 

-बीते वर्ष के मुकाबले कम हेली कंपनियों को मिली उड़ान की अनुमति 

आंकड़ों में केदारनाथ यात्रा 

वर्ष,       हेली सेवा से,   घोड़ा-खच्चर से, पैदल,         कुल यात्री 

2018,  109023,         210922,        412315,     732260 

2019,   51134,          238982,        458024,     748140 

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