शिव के पांचवे रुद्र अवतार हैं भैरव: आचार्य नौटियाल
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बदरी-केदार मंदिर समिति के तत्वाधान में केदारनाथ धाम में चल रहे शि
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बदरी-केदार मंदिर समिति के तत्वाधान में केदारनाथ धाम में चल रहे शिवपुराण में कथा व्यास आचार्य दीपक नौटियाल ने भगवान भैरव अवतरण की कथा सुनाई। कहा कि भैरव शिव के पांचवें रुद्र अवतार हैं। इनका अवतरण मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष अष्टमी को एक दिव्य ज्योर्ति¨लग से हुआ।
गत तीन अगस्त से केदारनाथ में 11 दिवसीय महाशिव पुराण कथा का आयोजन दिल्ली निवासी महेन्द्र शर्मा के सहयोग से किया जा रहा है। केदारनाथ आपदा में दिवंगत आत्माओं और विश्व सुख शांति के लिए चल हरी कथा के आठवें दिन कथावाचक आचार्य दीपक नौटियाल ने कहा कि भैरव शिव के पांचवे रुद्र अवतार हैं। इनका अवतरण मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष अष्टमी को एक दिव्य ज्योतिर्लिंग से हुआ है। भगवान भैरव को काशी में कोतवाल के नाम से भी जाना जाता है। इनका दर्शन किए बगैर विश्वनाथ बाबा के दर्शन अधेर माने जाते हैं। इसी तरह उज्जैन के काल भैरव के दर्शन के बिना महाकाल के दर्शन का पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। बाबा केदार के दर्शन तभी सफल होते है, जब तीर्थयात्री बाबा भूखंड भैरव के दर्शन करते हैं। इस मौके पर आचार्य आनंद प्रकाश नौटियाल, सीइओ बीडी ¨सह, प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, पुजारी टी गंगाधर ¨लग, चौकी प्रभारी बिपिन चन्द्र पाठक, आंनद, सूरज तिवारी समेत बड़ी संख्या भक्त मौजूद थे।