पहल: दो दिन में बनेगा 200 बेड का अस्थायी अस्पताल
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर को देखते हुए जिले में 200 बेड का अस्थायी
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर को देखते हुए जिले में 200 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि जर्मन हेंगर विधि से महज दो दिन में यह बनकर तैयार हो जाएगा। अस्पताल में 20 अस्थायी शौचालय की भी व्यवस्था होगी।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए शंकराचार्य अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल के तौर पर तैयार किया गया है। यहां कोरोना के संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। यहां 56 बेड का आइसोलेशन वार्ड है। वहीं विधायक निधि और सीएसआर के सहयोग से 18 लाख की लागत से जर्मन हेंगर विधि से अस्थायी अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। यह 1250 वर्ग मीटर में बनाया जा रहा है और इसकी क्षमता 200 आइसोलेशन बेड की होगी। अस्पताल का निर्माण दो दिन में पूरा किया जाएगा। अस्पताल में 20 अस्थायी शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही हेल्पज और नारायणकोटी अस्पताल में भी 50 बेड के आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि आगामी दो दिनों में निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके झा ने बताया कि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। कोरोना से लड़ने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सभी इंतजाम पहले ही पूरे किए जा रहे हैं। जिले में अभी तक एक भी कोरोना पॉजीटिव सामने नहीं आया है। घर पर क्वारंटाइन लोगों पर नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य टीम घर-घर जाकर जांच व निरीक्षण भी कर रही है।