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हेल्पेज इंडिया ने दिया कन्हैया को दूसरा जीवन

बणस्यूं पट्टी के कमोल्डी गांव निवासी कन्हैया कुमार एक वर्ष पूर्व रोजगार की तलाश में शहर गए। लेकिन वहां चोट लगने के कारण उसके दोनों पांव खराब हो गए उन्हें मजबूरन घर वापस लौटना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 05:54 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 05:02 AM (IST)
हेल्पेज इंडिया ने दिया कन्हैया को दूसरा जीवन
हेल्पेज इंडिया ने दिया कन्हैया को दूसरा जीवन

रुद्रप्रयाग: बच्णस्यूं पट्टी के कमोल्डी गांव निवासी कन्हैया कुमार एक वर्ष पूर्व रोजगार की तलाश में शहर गए। लेकिन, वहां चोट लगने के कारण उसके दोनों पांव खराब हो गए, उन्हें मजबूरन घर वापस लौटना पड़ा। आखिरकार स्थानीय निवासियों की मदद से वह हेल्पेज इंडिया गिवाला में गए, यहां उपचार के बाद वह फिर से चलने लगे हैं।

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जिले के बच्छणस्यू पट्टी के 33 वर्षीय कन्हैया कुमार की पारिवारिक स्थिति अच्छी नहीं है। अपने बच्चों, माता-पिता की देखरेख भी वह स्वयं करते थे। रोजगार के लिए वह दिल्ली गए। वहां काम के दौरान वे नीचे गिर गए, जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी पर चोट लग गई। इस बीच खांकरा गांव के पूर्व प्रधान प्रदीप मलासी को इसकी जानकारी मिली और उसे हेल्पेज इंडिया गिवाला लेकर आए। यहां डॉक्टरों ने उनका उपचार किया। फिजियोथेरेपी के साथ ट्रीटमेंट शुरू किया गया। पांच महीने बाद वह स्टीक के सहारे चलने लगे। वहीं हेल्पेज इंडिया के प्रबंधन पंकज पाठक कहते हैं कि जब कन्हैया उनके अस्पताल आए थे, दोनों पैरों में कोई हरकत नहीं थी। पांच महीने तक ट्रीटमेंट किया गया और अब वह स्टीक के सहारे चल रहे हैं। बताया कि हेल्पेज इंडिया का रुद्रप्रयाग जिले में अगस्त्यमुनि के पास अस्पताल बनाया गया है, वहां गरीब और असहायों की मदद की जाती है।


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