शीतकाल में केदारनाथ के लिए बंद हुई हेलीकॉप्टर की उड़ानें, कंपनियों ने समेटा कारोबार
केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं का संचालन कर रही कंपनियों ने इस सीजन में अपना कारोबार समेट लिया है। शीतकाल के लिए केदारनाथ के कपाट नौ नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं का संचालन कर रही कंपनियों ने इस सीजन में अपना कारोबार समेट लिया है। शीतकाल के लिए केदारनाथ के कपाट नौ नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही मौसम के तेवर भी बदलने लगे हैं। हवाई सेवा के सहायक नोडल अधिकारी केएस पंवार ने बताया कि सभी कंपनियों ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं।
केदारनाथ के लिए नौ कंपनियां हेली सेवा का संचालन कर रहीं थीं। इनमें से दो कंपनियां अक्टूबर आखिर में सेवाएं बंद कर चुकी हैं। सहायक नोडल अधिकारी केएस पंवार ने बताया कि अब धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या भी सीमित होती जा रही है। केदारनाथ में भारी हिमपात हो चुका है।
उन्होंने बताया कि अब हेली सेवाएं अगले सीजन में ही शुरू होंगी। इस वर्ष अब तक कुल सात लाख 28 हजार यात्री केदारनाथ पहुंचे। इनमें एक लाख 22 हजार यात्रियों ने हेली सेवाओं का उपयोग किया, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 91 हजार थी।
इस वर्ष हेली कंपनियों ने करीब 80 करोड़ का कारोबार किया। ट्रास भारत के प्रबंध निदेशक कैप्टन पीके छावड़ी ने बताया कि केदारनाथ जाने वाले यात्रियों में हेली सेवा का क्रेज बढ़ रहा है। साल दर साल यात्रियों की संख्या में इजाफा होने से कंपनियों में भी उत्साह है।
बदरीनाथ हेलीपैड से उड़ान की अनुमति
श्री बदरीनाथ धाम स्थित हेलीपैड से अब हेलीकॉप्टर उड़ान भर सकेंगे। नागरिक उड्डयन विभाग ने इसकी अनुमति दे दी है। मानकों की अनदेखी के चलते 19 अक्टूबर को उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के स्तर से रोक के बाद सरकार नींद से जागा और उसने इंगित खामियों को दुरुस्त कर दिया। इसे बाद विभाग ने इस सरकारी हेलीपैड से उड़ान भरने को ग्रीन सिग्नल दे दिया। रविवार को यहां तीन हेलीकाप्टर उतरे।
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