Move to Jagran APP

वायु सेना के हेलीकॉप्टर से केदारपुरी पहुंचेंगी भारी मशीन

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को समय से पूरा करने के लिए एक बार फिर भारी मशीनें केदारनाथ पहुंचाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार का वायु सेना के साथ पत्राचार चल रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 27 Jan 2018 11:17 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jan 2018 09:18 PM (IST)
वायु सेना के हेलीकॉप्टर से केदारपुरी पहुंचेंगी भारी मशीन
वायु सेना के हेलीकॉप्टर से केदारपुरी पहुंचेंगी भारी मशीन

रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को समय से पूरा करने के लिए एक बार फिर भारी मशीनें केदारनाथ पहुंचाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार का वायु सेना के साथ पत्राचार चल रहा है। हालांकि, वर्ष 2015 में भी वायु सेना के सबसे बड़े एमआइ-27 हेलीकॉप्टर से डंफर और जेसीबी मशीनें केदारपुरी पहुंचाई गई थी, लेकिन इस बार काम अधिक व समय कम होने के कारण सरकार ने और मशीनें भेजने का निर्णय लिया है।केदारनाथ धाम अभी तक सड़क मार्ग से नही जुड़ पाया है, जिससे यहां निर्माण संबंधी कार्यों के लिए मजदूरों या घोड़े-खच्चरों का सहारा लेना पड़ता है। शीतकाल के छह महीने तो कार्य और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

loksabha election banner

बीते वर्ष 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां नई केदारपुरी बसाने के लिए पांच महत्वाकांक्षी योजनाओं की नीव रखी थी और राज्य सरकार को इन्हें पूरा करने के लिए छह माह का समय दिया था। यही वजह है कि कार्यों में तेजी लाने के लिए सरकार यहां भारी मशीनें भेजने की तैयार कर रही है।

वर्तमान में तीन डंफर, दो जेसीबी व एक पोकलैंड मशीन के जरिये निम (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान) व लोक निर्माण विभाग यहां कार्य कर रहे हैं। लेकिन, आपदा के दौरान मंदिर के पीछे व आसपास जमा हुए बड़े-बड़े बोल्डरों और लाखों टन मलबे को तय समय तक हटाना इन मशीनों से संभव नहीं है। इसीलिए सरकार अब तीन डंफर व तीन जेसीबी मशीन केदारपुरी पहुंचाने की तैयारी कर रही है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मशीनों को वायु सेना के एमआइ-27 हेलीकॉप्टर से केदारपुरी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए वायु सेना को पत्र भेजा गया है।

यह भी पढ़ें: केदारनाथ में साधना को बनेंगी गुफाएं, मंदिर के पीछे बनेगी ब्रह्मवाटिका

यह भी पढ़ें: केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में झलकेगी पहाड़ी शैली 

यह भी पढ़ें: नए रूप में दिखने लगा है केदारनाथ में सरस्वती नदी का घाट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.