गौरीकुंड हाईवे से जुड़ेंगे एक दर्जन गांव
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: चारधाम परियोजना के तहत कुड-काकड़ागाड-गुप्तकाशी बाईपास निर्माण क
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: चारधाम परियोजना के तहत कुड-काकड़ागाड-गुप्तकाशी बाईपास निर्माण का कार्य जोरशोर से चल रहा है। बाईपास बनने से जहां एक दर्जन से अधिक गांव सीधे हाईवे से जुडे़ंगे, वहीं सेमी गांव के नीचे लगातार मंदाकिनी नदी के कटाव के चलते हाईवे पर वाहनों के फंसने से निजात मिल सकेगी।
केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत चारधाम यात्रा को सुगम व सरल बनाने के लिए 76 किमी रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर लगभग 1000 करोड़ खर्च होने हैं। इन दिनों हाईवे पर क¨टग एवं चौड़ीकरण का कार्य जोरों पर है। हाईवे पर बन रहे पहले बाईपास के तहत थाना अगस्त्यमुनि से पेट्रोल पंप जवाहरनगर से कुंड बाईपास का निर्माण पूर्व में शुरू हो गया था। इसके निर्माण से अगस्त्यमुनि, विजयनगर एवं जवाहरनगर बाजार को क¨टग होने से बचाया जा रहा है। जबकि दूसरे बाईपास कुंड-काकडागाड-गुप्तकाशी बाईपास का निर्माण कार्य गत जून माह से शुरू हुआ। लगभग 170 करोड़ की लागत से बनने वाले बाईपास पर कुल 12 किमी मोटरमार्ग के साथ ही तीन पुलों का निर्माण कार्य होना है। इसमें 6 किमी गुप्तकाशी-मयाली मोटरमार्ग को लिया गया, जबकि 6 किमी नये क¨टग का कार्य होना है। इन दिनों गुप्तकाशी-मयाली मोटरमार्ग पर चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। यह निर्माण कार्य भी आरजीबी कंस्ट्रशन कंपनी की ओर से किया जा रहा है। पूरे हाईवे पर शहर एवं आबादी वाले क्षेत्रों में 12 मीटर भूमि अधिग्रहण के साथ ही 12 मीटर चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा, जबकि अन्य स्थानों पर 24 मीटर भूमि अधिग्रहण कर 12 मीटर हाईवे चौड़ीकरण किया जाएगा। अब ऑलवेदर रोड के तहत हाईवे को 12 मीटर बनाया जाएगा। वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा के दौरान रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे कुंड से दो किमी आगे सेमी गांव के नीचे हाईवे की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सका था। मंदाकिनी नदी के कटाव बार-बार हाईवे नीचे धस रहा था, जिससे इन स्थान पर वाहनों का फंसना आम बात हो गई थी। यात्रा के साथ ही ऑफ सीजन में जाम की समस्या पैदा हो रही थी। बरसात के समय समस्या और भी जटिल हो रही थी। सेमी गांव में आ रही दिक्कतों को देखते हुए प्रशासन एवं लोनिवि एनएच ने कुंड-काकडागाड-गुप्तकाशी बाईपास बनाने का निर्णय लिया था। यह बाईपास बनने से जहां सेमी में आ रही समस्या से निजात मिलेगी, वहीं क्षेत्र के ¨सगोली, ल्वारा, अंद्रवाडी, नमोली, लमगौंडी, देवली भणिग्राम, फली फलासत, ल्वांणी, सल्या, तुलंगा, देवागंण समेत एक दर्जन से अधिक गांवों को भी इसका फायदा मिलेगा। लोनिवि (एनएच) अधिशासी अभियंता जेपी त्रिपाठी ने बताया कि मार्ग बनने के बाद आगामी यात्रा सीजन में यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को आवाजाही में सहूलियत भी मिल सकेगी।