बैसाखी पर्व पर खुलेंगे गौरी माई मंदिर के कपाट, पढ़िए पूरी खबर
केदारनाथ यात्रा के अंतिम पड़ाव गौरीकुंड में स्थित मां गौरी माई मंदिर के कपाट बैसाखी पर्व यानी रविवार को पूरे विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोले जाएंगे।
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। केदारनाथ यात्रा के अंतिम पड़ाव गौरीकुंड में स्थित मां गौरी माई मंदिर के कपाट बैसाखी पर्व यानी रविवार को पूरे विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोले जाएंगे। गौरीकुंड में मंदिर के कपाट खोलने को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
प्रतिवर्ष बैशाखी पर्व पर केदारनाथ यात्रा का अंतिम पड़ाव स्थल गौरीकुंड में स्थित गौरी माई मंदिर के कपाट खोलने की परंपरा है। इस वर्ष 14 अप्रैल यानी रविवार को मां गौरी माई के कपाट खोले जाएंगे। बैशाखी पर्व पर सुबह करीब सात बजे गौरी माई की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल गौरी गांव से रवाना होगी, जिसके बाद डोली के गौरी कुंड पहुंचने पर ब्राह्मणों व मंदिर के मुख्य पुजारी वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिविधान के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। लगभग आठ बजे मां गौरी माई मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
ग्रीष्मकाल के छह माह तक यहीं पर मां गौरी की पूजा-अर्चना की जाएगी। गौरी माई मंदिर के कपाट खोलने को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति भी मंदिर के कपाट खोलने की तैयारी में जुट गई है। प्रशासन, मंदिर समिति एवं गौरी गांव के ग्रामीणों की मौजूदगी में कपाट खोले जाएंगे, जिसके बाद केदारनाथ यात्रा की चहल-कदमी भी शुरू हो जाएगी तथा भक्तजन मां गौरी के दर्शन करके ही केदारनाथ की यात्रा कर सकेंगे। मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनके जमलोकी ने बताया कि बैशाखी पर्व पर विधि-विधान के साथ मां गौरी माई के कपाट खोले जाएंगे, जिससे भक्तजन मां गौरी के दर्शन कर सकेंगे। इसे लेकर मंदिर समिति की ओर से तैयारियां की जा रही हैं।
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