डीएम ने मुख्य कृषि अधिकारी को लगाई फटकार
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के मृदा परीक्षण प्रयोगशाला और समेकित जलाग
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के मृदा परीक्षण प्रयोगशाला और समेकित जलागम प्रबंधन कार्यक्रम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। मुख्य कृषि अधिकारी को अव्यवस्थाओं पर फटकार लगाते हुए मृदा परीक्षण के लिए नई तकनीकी का प्रयोग करने व कर्मचारियों को मृदा परीक्षण का प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए।
शनिवार देर शाम को डीएम मंगेश घिल्डियाल ने औचक निरीक्षण में दोनों विभागों में एक-एक कर्मचारी अनुपस्थित पाए। कर्मचारियों के अनुपस्थित होने पर बताया गया कि किसी कार्य से बाजार गए हैं। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने दोनों विभाग के कार्यो की विस्तार से जानकारी ली। मौके पर समेकित कार्यालय में होने वाले कार्यो के रजिस्टर मेनटेन नहीं पाए गए। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने स्वयं लैब में मृदा परीक्षण कराया, तो पता चला कि लैब में मृदा में कार्बन, पोटाश व पीएच अर्थात हाइड्रोजन के अनुपात का ही परीक्षण किया जाता है। इसके अतिरिक्त नाइट्रोजन, जिंक आदि के टेस्ट अन्य जनपद से कराए जा रहे हैं। उन्हीं तीन परीक्षण को मौके पर कराने पर पाया गया कि प्रयोगशाला के केमिकल्स के डिब्बों में धूल, प्रयोगशाला में पीएच मीटर खराब, मीटर रीडिंग में अंतर, जनरेटर खराब, लैब में 15 दिन से पानी बंद, परीक्षण के लिए प्रयुक्त यंत्र खराब व अन्य कमियां पाई गई। मुख्य कृषि अधिकारी को अव्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए। डीएम ने मृदा परीक्षण व समेकित जलागम को अब तक हुए खर्च का ब्यौरा उपलब्ध कराने के साथ ही कार्यालय को ठीक करने के निर्देश भी दिए। कहा कि मृदा परीक्षण का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विकारों जैसे अम्लीयता, क्षारीयता, प्रदूषण आदि का पता लगाकर तथा सुधार के लिए कृषकों को सुझाव देना। एक सप्ताह के भीतर कमियों को दूर करने को कहा अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।