ग्रामीण अंचल जल्द स्वच्छ आएंगे नजर
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले के ग्रामीण अंचलों में लगभग 14 करोड़ के ठोस तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन के
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले के ग्रामीण अंचलों में लगभग 14 करोड़ के ठोस तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन के तहत निर्माण जोरों पर चल रहे हैं। कुल 193 ग्राम पंचायत में से 80 में निर्माण पूरा हो चुका है। ग्राम पेयजल स्वच्छता समिति के माध्यम से यह निर्माण कराए जा रहे हैं। केंद्र एवं राज्य सरकार की टीमों के निरीक्षण से पूर्व जनपद स्तरीय टीम गांवों में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर रही हैं। इस मुहिम से ग्रामीण अंचल भी स्वच्छ नजर आएंगे।
जिले के अगस्त्यमुनि, जखोली, ऊखीमठ ब्लॉक में कुल 336 ग्राम पंचायत अस्तित्व में है। यह जनपद जून 2017 में बेस लाइन सर्वे 2012 के तहत खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) घोषित हो चुका हैं। जिसके बाद प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में ठोस तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन के तहत निर्माण चल रहा है। योजना के तहत जिले में कुल 193 ग्राम पंचायत में समस्त औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद लगभग 14 करोड़ के ठोस तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन के तहत कार्य किए जा रहे है। जिनमें से 80 ग्राम पंचायत में निर्माण पूर्ण हो चुके है, जबकि शेष गांवों में निर्माण गतिमान है। योजना के तहत तरल यानी गांवों का गंदा पानी एवं ठोस प्रबंधन यानी घरों का कूड़ा-करकट का निस्तारण करना है। योजना में सार्वजनिक जैविक व अजैविक कूड़ादान, कंपोस्ट पिट, घरों की नालियां निर्माण, स्टैंड पोस्ट पर गड्ढों का निर्माण समेत कई निर्माण किए जा रहे हैं। यह निर्माण ग्राम पेयजल स्वच्छता समिति के माध्यम से करवाए जा रहे हैं। स्वजल परियोजना की ओर तरल एवं ठोस प्रबंधन उपाय के तहत ग्राम पंचायतों में परिवार के अनुसार बजट देने का प्राविधान है। पहले 150 परिवारों वाले ग्राम पंचायत में सात लाख, 150 से 300 परिवार में 12 लाख एवं 300 से 500 परिवार में 15 लाख खर्च करने का प्राविधान है, लेकिन सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार अब गांव को प्रति सदस्य 340 रुपये के अनुसार बजट मिलेगा। जनपदस्तरीय नोडल अधिकारियों के निरीक्षण के बाद राज्य एवं केंद्र सरकार की टीमें निरीक्षण कर रही है। इस मुहिम से जहां गांव स्वच्छ नजर आएंगे, वहीं पीएम मोदी का स्वच्छ भारत अभियान का संकल्प भी साकार होगा।
जिले की 193 ग्राम पंचायत में लगभग 14 करोड़ से ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य करवाए जा रहे है। जिनमें से 80 गांवों में निर्माण पूरे हो चुके है। जबकि, शेष गांवों में निर्माण कार्य चल रहा है। इन निर्माण कार्यों से गांव स्वच्छ नजर आएंगे।
मोहन सिंह नेगी, परियोजना अधिकारी, स्वजल परियोजना रुद्रप्रयाग