गहड़खाल में बनेगा जिले का पहला कोल्ड स्टोर
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग बच्छणस्यूं के गहड़खाल में जिले का पहला कोल्ड स्टोर बनेगा। इसमें अब
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बच्छणस्यूं के गहड़खाल में जिले का पहला कोल्ड स्टोर बनेगा। इसमें अब गर्मी एवं बरसात के सीजन में भी नगदी फसलें फल, सब्जी एवं फूल कई दिनों ताजा रहेंगे। अभी तक जिले में कहीं भी कोल्ड स्टोर की व्यवस्था न होने पर किसानों को दिक्कतें हो सकती थीं। इस कोल्ड रूम को बनाने में 80 प्रतिशत का अनुदान उद्यान विभाग एवं 20 प्रतिशत स्वयंसेवी संस्था की ओर से वहन किया जाएगा।
प्रतिवर्ष गर्मियों के सीजन में नगदी फसलों के साथ ही फल, फूल एवं अन्य वस्तुओं को जल्दी खराब न हो, इसके लिए जिले में कोई कोल्ड स्टोर की व्यवस्था न होने से किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। यही नहीं बरसात के दौरान कई स्थानों पर मोटरमार्ग बंद होने से समस्याएं और जटिल हो जाती थी। इसी समस्या को देखते हुए जिले में कोल्ड स्टोर की जरूरत महसूस की जा रही थी। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने इसका संज्ञान लेते हुए उद्यान विभाग को जिले में शीघ्र कोल्ड स्टोर बनाने के लिए निर्देशित किया था। इसके बाद उद्यान विभाग ने इस संबंध में कार्रवाई शुरू की। उद्यान विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में जिला योजना में प्रस्ताव रखकर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा। इसके बाद हरियाली संस्था ने बच्छणस्यूं के गहड़खाल में कोल्ड स्टोर बनाने के लिए आवेदन किया। यह कोल्ड स्टोर 4 मैट्रिक टन का बनेगा। इस कोल्ड स्टोर की कुल लागत 5.28 लाख रुपये है। इसमें 4.22 लाख रुपये का अनुदान उद्यान विभाग की ओर दिया है, जबकि शेष 20 प्रतिशत खर्चा स्वयं संस्था की ओर से किया जाएगा। कोल्ड बनने से यहां पर 15 दिनों तक सब्जी, फल, फूल एवं अन्य नगदी फसलें 15 दिनों तक ताजी रह सकती हैं। साथ ही गर्मियों एवं बरसात के दौरान बड़ी मात्रा में खराब हो रहे माल को बचाया जा सकता है। इसके अलावा चंद्रनगर में भी आजीविका परियोजना की ओर से कोल्ड स्टोर बनाया जाना प्रस्तावित है। जिले के कई स्थानों पर छोटे-छोटे कोल्ड स्टोर बनने से स्थानीय लोगों की दिक्कतें दूर होंगी, साथ ही नगदी फसलें बर्बाद होने से बच सकती हैं।
जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि बच्छणस्यूं क्षेत्र के गहड़खाल में हरियाली संस्था की ओर से कोल्ड स्टोर बनाया जा रहा है। सवा पांच लाख रुपये से बनने वाले इस कोल्ड रूम के लिए 80 प्रतिशत धनराशि विभाग की ओर से खर्च किया जाएगा, जबकि 20 प्रतिशत धनराशि स्वयं संस्था की ओर से खर्च की जाएगी। बताया कि यह जिले का पहला कोल्ड स्टोर होगा।