चिनूक ने पहले दिन दो बार भरी केदारनाथ के लिए उड़ान
अमेरिकी तकनीक से बने वायु सेवा के सबसे बड़े मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने पहले दिन दो चक्कर केदारनाथ धाम के लगाए।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: अमेरिकी तकनीक से बने वायु सेवा के सबसे बड़े मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने पहले दिन टिप्पर व ट्रैक्टर का एक-एक हिस्सा केदारनाथ पहुंचाया। इसके लिए चिनूक ने गौचर हेलीपैड से दो बार उड़ान भरी। गुरुवार तक चिनूक पोकलैंड मशीन भी केदारनाथ पहुंचा देगा।
चिनूक ने केदारनाथ के लिए पहली उड़ान मंगलवार सुबह आठ बजे भरी। इसमें वह टै्रैक्टर के एक हिस्से को हैंग कर ले गया। जबकि, दूसरी उड़ान में टिप्पर की बॉडी को केदारनाथ पहुुंचाया गया। गौचर से केदारनाथ पहुंचने में चिनूक ने एक घंटा 15 मिनट का समय लिया। मशीनें जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) लोनिवि शाखा की देखरेख में चढ़ाई व उतारी जा रही हैं।
डीडीएमए की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि धाम में दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्यो के लिए भारी मशीनें केदारनाथ पहुंचाई जानी हैं। इनमें एक पोकलैंड मशीन, टिप्पर व एक टै्रक्टर शामिल है। इसके लिए चिनूक तीन दिन तक रोजाना दो-दो उड़ान भरेगा। बताया कि मशीनों के केदारनाथ पहुंचने पर शीतकाल में पुनर्निर्माण कार्यो को और गति मिल सकेगी।