'चक्रचाल पाड़ मा, मुआवजा बंट्णु देहरादून'
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बच्छणस्यूं पट्टी के बैरांगणा में चल रहे तीन दिवसीय बच्छणस्यूं महोत्सव का
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बच्छणस्यूं पट्टी के बैरांगणा में चल रहे तीन दिवसीय बच्छणस्यूं महोत्सव का रंगारंग समापन हो गया। मेले का अंतिम दिन लोक गायक वीरेंद्र राजपूत ने नाम रहा। इस अवसर पर गढ़वाली कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को खूब गुदगुदाया।
लक्ष्मीनारायण मंदिर बैरांगणा में अंतिम दिन बच्छणस्यूं महोत्सव का शुभारंभ करते मुख्य अतिथि बाल संरक्षण आयोग के सदस्य वाचस्पति सेमवाल ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए मेलों का आयोजन जरूरी है। इस प्रकार के मेले स्थानीय उत्पादों के लिए एक बेहतर बाजार साबित हो सकते हैं। उन्होंने क्षेत्र में जड़ी-बूटी को बढ़ावा देते हुए कहा कि इस दिशा में सरकार की ओर से काश्तकारों के हित में बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। सीडीओ एनएस रावत ने कहा कि महोत्सव के जरिये एक-दूसरे की संस्कृति को समझने व देखने का बेहतर मौका मिलता है। महोत्सव में लोक गायक वीरेंद्र राजपूत ने हरियाल माई भजन व मेरी स्याली विरोजनी समेत अन्य गढ़वाली गीतों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर महिला मंगल दल भराणसैंण, धारकोट व नरकोटा ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी, जबकि स्थानीय लोकगायक प्रदीप रावत व दीपक बिष्ट ने भी गीतों की प्रस्तुति दी।
कवि सम्मेलन में गढ़वाली लोक गायक विक्रम कप्रवाण ने अब नी लगदी गौला में बाडुली, जयकृष्ण पैन्युली गांव जब से शहर हो गया, ज्योत्सना जोशी ब्वै त्वैन मैते बिरणी बणाई, राजपाल पंवार ने चार दिन की ¨जदगी चा, गो¨वद पंवार जय उत्तराखंड का जवान जय, नंदन राणा चक्रचाल पाड़ मां हौंणु, मुआवजा बंट्यूणं देहरादून, अमित राणा ने या दारू गंदी चीज कविताओं की प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि भूपेंद्र भंडारी, ब्लाक प्रमुख जगमोहन रौथाण, समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र जोशी, सचिव सोबन ¨सह नेगी, उपाध्यक्ष शशि देवी, कोषाध्यक्ष प्रदीप मलासी, उप सचिव बुद्धिबल्लभ ममगाई, खेल प्रभारी डॉ. बलवंत पटवाल अनुसूया पटवाल समेत भारी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे, जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रकाश चमोली, जसपाल गुसाई ने किया।