घटिया गुणवत्ता की भेंट चढे पुश्ते
संवाद सूत्र गुप्तकाशी चारधाम परियोजना के तहत गुप्तकाशी- काकड़ागाड बाईपास निर्माण कार्य इ
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: चारधाम परियोजना के तहत गुप्तकाशी- काकड़ागाड बाईपास निर्माण कार्य इन दिनों जोरों पर चल रहा है, लेकिन बाईपास बनाए जा रहे पुश्ते घटिया गुणवत्ता के शिकार हो रहे हैं। गुप्तकाशी से दो किलोमीटर आगे कई स्थानों पर लगभग 30 मीटर पुश्ते टूटकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे जहां कार्यदायी संस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं, वहीं सरकारी धन का भी दुरुपयोग हो रहा है।
केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत चारधाम यात्रा को सुगम व सरल बनाने के लिए 76 किमी रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर करीब 1000 करोड़ पर खर्च होने हैं। इन दिनों हाईवे पर कटिग एवं चौड़ीकरण का कार्य पर चल रहा है। गौरीकुंड हाईवे पर बन रहे कुंड-काकड़ागाड़-गुप्तकाशी बाईपास का निर्माण कार्य गत जून माह से शुरू हो गया था। लगभग 170 करोड़ की लागत से बनने वाले बाईपास पर कुल 12 किमी मोटरमार्ग के साथ ही तीन पुलों का निर्माण कार्य होना है। इसमें 6 किमी गुप्तकाशी- मयाली मोटरमार्ग को लिया गया, जबकि 6 किमी नई कटिग का कार्य होना है। इस दिनों गुप्तकाशी-मयाली मोटरमार्ग पर चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। निर्माणदायी संस्था आरजीबी कंस्ट्रशन कंपनी की ओर से निर्माण कार्य किया जा रहा है। गौरीकुंड हाईवे पर कुंड से दो किमी आगे सेमी में केदारनाथ आपदा के समय से हो रही परेशानी के चलते इस बाईपास का निर्णय लिया गया था, लेकिन इस बाईपास भी निर्माणदायी संस्था की ओर से घटिया गुणवत्ता का कार्य किया जा रहा है। बाईपास पर कई जगहों पर पुश्ते ढह चुके हैं। गुप्तकाशी से दो किमी आगे लगभग 30 से 40 मीटर का पुस्ता पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसके अलावा बांसबीट्ठा एवं चौंडी में भी पुश्ते क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे यही प्रतीत होता है कि योजना में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। बरसात से पहले ही यही स्थिति हो गई, तो बरसात के बाद क्या होगा। इसका आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। हाईवे पर पुस्ते ढहने से जहां निर्माणदायी संस्था पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है, वहीं लाखों रूपए सरकारी धन का भी दुरुपयोग हुआ है। चारधाम परियोजना में गुप्तकाशी काकड़ागाड़ बाईपास पर कई जगहों पर पुश्ते ढह चुके हैं। गुप्तकाशी से दो किमी पर तो लगभग 30 से 40मीटर तक पुश्ता साफ हो गया है। साथ ही बांसबीट्ठा एवं चौण्डी में भी पुश्ते ढह गए।
वहीं लोनिवि एनएच के ईई जेके त्रिपाठी का कहना है कि बाईपास के कुछ स्थानों पर पत्थर गिरने एवं बारिश से पुश्ते धंसे थे, जिनको संबंधित निर्माणदायी संस्था की ओर से ठीक किए जा रहे हैं।