पिथौरागढ़ में महिला पशु चिकित्सक के पीछे दौड़ा गुलदार तो चम्पावत में भी घास काटने गई महिला ने बचाई जान
पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के आस-पास के गांवों में सक्रिय गुलदार एक महिला पशु चिकित्सक के पीछे दौड़ पड़ा।
पिथौरागढ़, जेएनएन : जिला मुख्यालय के आस-पास के गांवों में सक्रिय गुलदार बुधवार को एक महिला पशु चिकित्सक के पीछे दौड़ा। चिकित्सक ने दौड़ लगाकर जान बचाई। वन विभाग की गश्ती दलों को दसवें रोज भी गुलदार नहीं दिखा, लेकिन आम लोग को हर रोज गुलदार दिख रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में तीन लोगों को अपना शिकार बना चुके और इतने ही लोगों को घायल कर चुके गुलदार को मार गिराने के लिए विभाग ने शिकारी तैनात किया था, लेकिन स्वास्थ संबंधी कारणों के चलते शिकारी वापस लौट गए हैं। वन विभाग का दावा है कि उनकी टीमें लगातार गश्त कर रही हैं, लेकिन टीमों को अभी तक गुलदार नहीं दिखा है। तीन रोज पूर्व पौण क्षेत्र में घास काट रही महिलाओं के पीछे दौड़ने वाला गुलदार सोमवार को रतवाली गांव के पास दिखाई दिया। प्रात: नौ बजे ड्यूटी पर जा रही एक महिला पशु चिकित्सक ने गुलदार को रोड क्रास करते देखा। महिला चिकित्सक ने दौड़ लगा दी। तब तक आस-पास के लोग भी एकत्र हो गए। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश चंद्र जोशी ने महिला पशु चिकित्सक को गुलदार दिखाई देने की पुष्टि करते हुए कहा कि रतवाली क्षेत्र में विभाग की टीम ने गश्त बढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में पिंजरे लगाए गए पिंजड़ों के आस-पास गुलदार नहीं आ रहा है और नहीं सीसीटीवी कैमरों में दिखाई दे रहा है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने को कहा है। घास काटने गई महिला पर झपटा गुलदार, बाल-बाल बची जान
चम्पावत, जेएनएन : कोट अमोड़ी के बगेला में भी गुलदार ने अपनी धमक दे दी है। बुधवार को जंगल में घास काटने गई एक महिला पर गुलदार ने झपट्टा मार दिया। महिला ने बमुश्किल गुलदार के चंगुल से भागकर जान बचाई। घर जाकर उसने ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी तो दहशत पैदा हो गई।
मंगलवार की सुबह बगेला निवासी 37 वर्षीय सरस्वती देवी पत्नी कृष्णानंद घास काटने के लिए घर से दूर जंगल में गई थी। घास काटते समय घात लगाए तेंदुए ने सरस्वती देवी पर झपट्टा मार दिया। अचानक हुए गुलदार के हमले से वह जमीन पर गिर गई, लेकिन उसने साहस नहीं खोया और मौके से भागकर जान बचाई। महिला घर लौटी तो उसने गाव वालों को इसकी जानकारी दी। परिजनों ने ग्राम प्रधान को घटना से अवगत कराया। ग्राम प्रधान लालमणि भट्ट ने बताया कि घटना की सूचना वन विभाग को दे दी है। उन्होंने विभाग से तुरंत सुरक्षा की माग की है। उन्होंने बताया कि महिला के पीठ में गुलदार के पंजों के कुछ निशान लगे हैं। अब महिलाओं ने घास के लिए खेतों में जाना भी छोड़ दिया है। ग्राम प्रधान ने वन विभाग से पिंजड़ा लगाकर गुलदार को कैद करने की मांग की है। एसडीओ एमएम भट्ट ने बताया कि इन दिनों गुलदार ठंड से बचने के लिए ऊंचाई वाले स्थानों से घाटी क्षेत्रों में प्रवास के लिए जाता है। उन्होंने लोगों से एहतियातन जंगलों में न जाने और सावधानी बरतने की अपील की है। ====== बाराकोट के सुरकोट गांव में गुलदार का आतंक
बाराकोट विकास खंड के सुरकोट गांव में भी इन दिनों गुलदार का आतंक व्याप्त है। गुलदार शाम होते ही गांव में फटक रहा है। अब तक वह पांच मवेशियों को निवाला बना चुका है। ग्राम प्रधान शेखर गड़कोटी, जोत राम, प्रकाश राम आदि ने बताया कि एक माह पूर्व भी गुलदार चार बैलों को निवाला बना चुका था। पिछले पांच दिनों से एक बार उसने फिर से गांव के आस-पास डेरा जमा लिया है। उन्होंने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।