Uttarakhand: लखनपुर के पास पुलिस और SDRF का रेस्क्यू अभियान जारी, फंसे आदि कैलास यात्री और ग्रामीणों को निकाला
पिथौरागढ़ तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद होने से विगत तीन दिनों से फंसे आदि कैलास यात्रियों सहित स्थानीय ग्रामीणों को निकालने के लिए एसडीआरएफ और पुलिस का रेस्क्यू शुरू हो चुका है। फंसे लोगों को मलबे के बीच रस्सियों के सहारे काली नदी किनारे से धारचूला की तरफ लाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: तवाघाट -लिपुलेख मार्ग बंद होने से विगत तीन दिनों से फंसे आदि कैलास यात्रियों सहित स्थानीय ग्रामीणों को निकालने के लिए एसडीआरएफ और पुलिस का रेस्क्यू कार्य शुरू हो चुका है। लखनपुर के पास फंसे लोगों को मलबे के बीच रस्सियों के सहारे काली नदी किनारे से धारचूला की तरफ लाया जा रहा है।
लिपुलेख मार्ग बंद होने से फंसे यात्रियों की प्रशासन से निकलने की गुहार पर चलाया गया रेस्क्यू अभियान
लखनपुर के पास 30 मई को विशाल चट्टान दरकने से लिपुलेख मार्ग बंद हो गया है जो अभी तक नहीं खुल सका है। मार्ग बंद होने से देश के विभिन्न प्रदेशों के यात्रियों सहित तीन सौ लोग फंसे हैं। फंसे यात्रियों के रेल और फ्लाइट की बुकिंग हैं। फंसे लोग नौकरीपेशा वाले हैं जिसके चलते परेशान हैं उनके द्वारा प्रशासन से गुहार लगाई गई थी। प्रशासन की पहल पर गुरुवार को धारचूला पुलिस और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए लखनपुर पहुंंची । जहां पर सायं से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। सड़क पर आए मलबे को गिराने का कार्य रोका गया।
काली नदी किनारे खाई में गिरे मलबे के ऊपर रस्सी के सहारे फंसे लोगों को निकालने का कार्य किया गया।
मौके पर मौजूद कोतवाल धारचूला कोतवाली केएस कुंवर ने बताया कि देर शाम तक 60 आदि कैलास यात्रियों और स्थानीय ग्रामीणों को रेस्क्यू कर दूसरी तरफ लाया गया। जहां से वाहन से लोग धारचूला पहुंंचने लगे हैं । देर शाम तक रेस्क्यू कर दूसरी तरफ लाए गए सभी यात्री व ग्रामीण धारचूला पहुंच जाएंगे। आदि कैलास यात्री शुक्रवार सुबह धारचूला से अपने घरों के लिए रवाना होंगे। देर शाम तक लखनपुर के पास रेस्क्यू कार्य जारी रहा।

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