ैअस्थाई पुल से बकरी पार करा रहे दो ग्रामीण धौली गंगा नदी में बहे
धारचूला में धौलीगंगा नदी पर बने अस्थाई पुल से बकरियां पार कराते दो ग्रामीण नदी में डूब गए।
संवाद सूत्र, धारचूला : उच्च हिमालयी दारमा घाटी के बौगलिंग के निकट चलखम में धौलीगंगा नदी पर बने अस्थाई पुल को पार करते समय दो ग्रामीण नदी में गिर कर बह गए हैं। ग्रामीण और प्रशासन की टीम ग्रामीणों की खोज में जुटी है।
प्रतिवर्ष ग्रीष्म काल में तल्ला दारमा के सुवा, सोबलाऔर उमचिया के ग्रामीण बौगलिंग के कर्चीला,चेपड़ू और दुधपानी के बुग्यालों में बकरियों और जानवरों को चराने के लिए ले जाते हैं। जिसके लिए ग्रामीण धौलीगंगा नदी पर कच्चा अस्थाई पुल बनाते हैं। इसी पुल से जानवरों को नदी के दूसरी तरफ स्थित बुग्यालों तक ले जाया जाता है। सोमवार को मनबहादुर सिंह (33) पुत्र साइमल सिंह ग्राम न्यू सोबला, पट्टी न्यू, और भीम सिंह (28) पुत्र बहादुर सिंह निवासी न्यू धूरा ग्राम सुवा पट्टी न्यू तहसील धारचूला जब जानवरों को कच्चे अस्थाई पुल से पार करा रहे थे तो पुल से गिर कर धौली गंगा नदी में गिर कर बह गए।
धौली गंगा नदी इस समय ग्लेशियरों के पिघलने से पूरे ऊफान पर है। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना पट्टी पटवारी उदय भंडारी को दी ग। संचार विहीन क्षेत्र से पटवारी ने यह सूचना तहसील प्रशासन को दी। ग्रामीण और पटवारी नदी में बहे युवकों की खोज में जुटे हैं। सूचना मिलते ही तहसील मुख्यालय से प्रशासन की टीम रवाना हो चुकी है। घटनास्थल तहसील मुख्यालय से लगभग 55 किमी की दूरी पर है। देर सायं तहसील मुख्यालय से गई टीम के मौके पर पहुंचने की सूचना है। सायं पौने नौ बजे तक नदी में बहे युवकों का पता नहीं चल सका है।
क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य सुरेश जेठा ने बताया कि ग्रामीण प्रशासन की टीम के साथ युवकों को तलाश कर रही है। ग्रामीणों के वापस लौटने पर ही स्थिति स्पष्ट होगी । दोनों गांवों के युवा बहे लोगों का पता लगाने में जुटे हैं। घटनास्थल बेहद दुर्गम और बीहड़ है। यहां पर धौलीगंगा नदी का बहाव काफी तीक्ष्ण है।