टूरिस्ट विलेज चौकोड़ी प्यासी
संवाद सूत्र, बेरीनाग: प्रदेश में गिने चुने गांव हैं जहां वर्ष भर पर्यटक पहुंचते हैं। इनमें देश के
संवाद सूत्र, बेरीनाग: प्रदेश में गिने चुने गांव हैं जहां वर्ष भर पर्यटक पहुंचते हैं। इनमें देश के ही नहीं विदेशी पर्यटकों की भी अच्छी खासी तादात रहती है। सरकार एक ओर इन खूबसूरत गांवों के जरिए अपनी और स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ाने की घोषणाएं करती है, लेकिन घोषणाओं में कितनी गंभीरता है इसका पता इसी बात से लग जाता है कि गांवों में आधारभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कराई जा सकी हैं। ऐसे ही गांवों में शामिल है बेरीनाग तहसील का चौकोड़ी गांव। जहां देश दुनिया से पर्यटक तो पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें भी कई बार प्यासा रहता पड़ता है। जाड़ों में भी यहां लोगों को तीसरे दिन पानी मिल रहा है।
करीब छह हजार फिट की ऊंचाई पर बसे चौकोड़ी से हिमालय का जैसा विहंगम दृश्य दिखता है वैसा जिले में दूसरा स्थान नहीं है। आत्मिक शांति के लिए तमाम योगी भी यहां आते रहते हैं। पिछले कुछ वर्षो से बंगाली पर्यटको का यह पसंदीदा पर्यटन स्थल है। पर्यटकों की आमद बढ़ने के बाद यहां कई होटल, कुमाऊं मंडल विकास निगम का आलीशान रेस्ट हाउस भी यहां खुला, लेकिन इसके बावजूद सरकार यहां की गंभीर पेयजल समस्या का समाधान नहीं कर पाई है। गर्मियों में तो यहां रहने वाली दो हजार की आबादी को रात-रात भर जागकर प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी जुटाना पड़ता है। शीतकाल में भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। हर तीसरे दिन सरकारी योजना में थोड़ा बहुत पानी चलता है, मजबूर लोग पानी के लिए प्राकृतिक जल स्रोतों पर निर्भर हैं। पिछली सरकार ने उडियारी- चौकोड़ी पेयजल योजना का काम शुरू कराया था, लोगों को उम्मीद थी कि जल्द उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन पिछले तीन माह से योजना का काम ठप पड़ा हुआ है।
-क्षेत्र के लिए बनाई जा रही पेयजल योजना जल्द पूरी हो जाएगी। योजना शुरू होते ही क्षेत्र के लोगों को पेयजल दिक्कत से नहीं जूझना पड़ेगा।
अनूप पांडेय, ईई, पेयजल निगम।