नेपाली पेंशनर्स के लिए दूसरे दिन खुले तीन अंतरराष्ट्रीय झूला पुल
नेपाल के पेंशनरों की पेंशन के लिए दूसरे दिन तीन अंतरराष्ट्रीय झूला पुल खोले गए।
झूलाघाट/धारचूला (पिथौरागढ़), जेएनएन : नेपाल के पेंशनरों की पेंशन के लिए दूसरे दिन भी झ्रूलाघाट, जौलजीबी और धारचूला पुल खुले। इस दौरान तीन सौ से अधिक पेंशनर्स ने भारत आकर पेंशन ली है। झूलाघाट से सर्वाधिक 241 लोग भारत आए। जिसमें 148 पेंशनर थे। नेपाल से भारत आए लोगों में से बीस लोगों को क्वारंटाइन कर पिथौरागढ़ भेज दिया है।
झूलाघाट: गुरु वार दूसरे दिन भी भारत नेपाल के बीच अंतरराष्ट्रीय झूला पुल खुला। दूसरे दिन नेपाल से 241 लोग भारत आए। जिसमें 148 पेंशनर्स शामिल थे। इस दौरान भारत से 84 लोग नेपाल गए। नेपाल से आए 241लोगों से बीस लोगों को पिथौरागढ़ क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है।
नेपाल के बैतड़ी सोल्जर बोर्ड में नामांकन कर जिला अस्पताल स्वास्थ्य परीक्षण के बाद प्रमाण पत्र के साथ नेपाली पेंशनर्स भारत आए। सभी आने वालों का पुल पर थर्मल स्केनिंग की गई। डॉ. कल्पित रौतेला, फार्मासिस्ट हरीश रावत और हेम भट्ट ने जांच के साथ ही नेपाल से लाए प्रमाण पत्रों का परीक्षण किया। नेपाल से आए पेंशनर्स को पुल से बैंक लाने ले जाने में पुलिस एसओ तारा राणा ने अतिरिक्त पुलिस जवान तैनात किए थे।महिला पेंशनर्स के लिए महिल जवान तैनात किए गए थे।।
पुल के पास एसएसबी निरीक्षक रणवीर सिंह द्वारा प्रत्येक पेंशनर से स्वास्थ्य के बारे में पूछा गया। इस मौके पर नेपाल से आने वाले पेंशनर्स के बैठने के लिए भी एसएसबी ने व्यवस्था की थी। एसबीआइ के शाखा प्रबंधक कमलेश चंद्र जोशी ने बताया कि आज नेपाल से आए 148 पेंशनर्स को एक करोड़ दस लाख रु पये की पेंशन का वितरण किया गया। भारतीय व्यापारियों का आरोप है कि पेंशन के लिए भारत आ रहे नेपाली पेंशनर्स अपनी आवश्यकता का सामान झूलाघाट बाजार से सामान खरीद कर नेपाल ले जा रहे हैं जिसे नेपाल में नेपाल पुलिस द्वारा वापस कर दिया गया है।
इस संबंध में जब दैनिक जागरण ने बैतड़ी जिले के डीएसपी नारायण प्रसाद अधिकारी ने बताया कि जिस सामान को कस्टम के नियमों के अनुसार लाया गया उसे वापस नहीं लौटाया गया है। जो सामान भंसार (कस्टम) के नियमों के विपरीत लाया गया उसे ही वापस किया गया है। भंसार के नियमों का पालन करने पर भारत से सामान लाने पर किसी तरह की रोक टोक नहीं है।
जौलजीबी : बुधवार को बारिश के चलते नेपाली पेंशनर्स के नहीं आ पाने के कारण भारत नेपाल के मध्य सबसे लंबा 167 मीटर पुल गुरु वार को खुला और 96 नेपाली पेंशनर्स भारत आए। पेंशनर्स से एसबीआइ जौलजीबी से अपनी पेंशन ली। पेंशन लेने के बाद सायं छह बजे तक सभी अपने देश लौट गए। नेपाल से आने वाले की पुल पर चिकित्सा टीम द्वारा जांच की गई । इस मौके पर एसएसबी, पुलिस और व्यापार संघ के व्यापारी मौजूद थे। व्यापारियों द्वारा सहयोग दिया गया और नेपाल से आने वाले लोगों की सूची तैयार की गई।
धारचूला : धारचूला में दूसरे दिन भी पुल खुला। इस दौरान 110 पेंशनर्स और उनके सहयोगी और दो लोग नेपाल से भारत आए और 23 लोग भारत से नेपाल गए। जिसमें 14 पेंशनर्स शामिल थे। =========== सभी आने-जाने वालों की हुई मेडिकल जांच : एसडीएम
एसडीएम एके शुक्ला ने बताया कि सुबह नौ बजे से एक बजे तक भारत से नेपाल को 14 पेंशनर्स गए। इस दौरान नेपाल से 64 पेंशनर्स और उनके 23 सहयोगी भारत आए। दौरान दो अन्य अनुमति वाले लोग भारत आए। अपराह्न तीन बजे से छह बजे तक पुल खुलने के दौरान भारत से नेपाल नौ लोग गए और नेपाल से 21 लोग भारत आए। सभी आने जाने वालों की मेडिकल जांच की गई। पुल पर एसडीएम, एसएसबी अधिकारी, पुलिस अधिकारी और चिकित्सा टीम मौजूद रही।