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पुरोहितों ने यजमानों को ऑनलाइन सुनाया नव संवत्सर फल

पिथौरागढ़ में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली तिथि के साथ बुधवार से हिन्दू नववर्ष शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 09:19 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 06:11 AM (IST)
पुरोहितों ने यजमानों को ऑनलाइन सुनाया नव संवत्सर फल
पुरोहितों ने यजमानों को ऑनलाइन सुनाया नव संवत्सर फल

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली तिथि के साथ बुधवार से हिदू नववर्ष शुरू हो गया है। इस दिन पुरोहित वर्ग द्वारा घर-घर जाकर नव संवत्सर फल सुनाए जाने की परंपरा रही है, मगर इस वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लोग घरों में ही कैद हैं। जिसे देखते हुए पुरोहित वर्ग व यजमानों ने इस समस्या का तोड़ निकाल लिया है। पुरोहितों द्वारा ऑनलाइन वीडियो व ऑडियो कॉलिंग के जरिए यजमानों को नवसंवत्सर फल सुनाया और उनसे पूजा पाठ-करवाई।

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गंगोलीहाट के जाड़ापानी स्थित गायत्री ज्योतिष केंद्र के संचालक पं. गणेश चंद्र कोठारी व पं. अनिल चंद्र कोठारी द्वारा यजमानों को ऑनलाइन वीडियो व ऑडियो कॉलिंग के जरिए नवसंवत्सर फल सुनाया गया। इसके अलावा यजमानों को आने वाले साल का भविष्यफल भी बताया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रमादी नाम शुभ संवत्सर है। जिसमें बुध राजा और चंद्र मंत्री बनाए गए हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए करें घरों में देवी की अराधना

पं. गणेश चंद्र कोठारी ने बताया कि वर्तमान में वैश्विक कोरोना महामारी संकट से बचने के लिए सभी लोगों को अपने-अपने घरों में देवी माता का कलश/घट स्थापित कर भावपूर्वक जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी.. मंत्र का नवरात्र में लगातार नौ दिनों तक जाप करना चाहिए। मां दुर्गा से प्रार्थना कर शीघ्र इस महामारी संकट से विश्व को बचाने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।


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