खतरे में मुनस्यारी के प्रवेश द्वार भुजगड़ का पुल
पर्यटन सीजन करीब आ चुका है। जिले के सबसे बड़े पर्यटक स्थल मुनस्यारी को जोड़ने वाले पुल की हालत जर्जर है।
संवाद सूत्र, नाचनी : पर्यटन सीजन करीब आ चुका है। जिले के सबसे बड़े पर्यटक स्थल मुनस्यारी को जोड़ने वाले थल-मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के भुजगड़ नदी का मोटर पुल खतरे में है। बीते मानसून काल के दौरान पुल के एक तरफ की आधार दीवार ध्वस्त होने पर भी विभाग शांत बैठा है।
बीते दिनों जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट पुल टूट गया था। तीन वर्ष पूर्व सेराघाट के पास नवनिर्मित मोटर पुल ध्वस्त हो गया। जिलेभर में 22 पुलों की हालत खस्ताहाल है। इसके बाद भी विभाग और सरकार को किसी हादसे का इंतजार है। नाचनी में भुजगड़ नदी पुल सामरिक और पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यह पुल मुनस्यारी का प्रवेश द्वार है, जिसके एक तरफ का फाउंडेशन मानसून काल में ध्वस्त हो गया। इधर, जून से इस क्षेत्र में बारिश होने लगती है और आपदा की घटनाएं घटने लगती हैं, परंतु पुल की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
---
डेढ़ लाख की आबादी रहती है तल्ला-मल्ला जोहार में भुजगड़ नदी के दूसरी तरफ तल्ला और मल्ला जोहार हैं। थल-मुनस्यारी मार्ग तल्ला मल्ला जोहार की डेढ़ लाख की आबादी की लाइफ लाइन है। चीन सीमा तक इसी पुल से होकर लोग पहुंचते हैं। प्रतिदिन दो सौ से अधिक वाहन यहां से गुजरते हैं। मुनस्यारी विकास खंड के लिए सारा सामान इसी पुल से भारवाहक वाहनों से जाता है।
---
जिले का प्रमुख पर्यटन मार्ग का पुल मुनस्यारी में मार्च के मध्य से पर्यटन बढ़ जाता है। प्रतिदिन दर्जनों पर्यटक वाहन इस मार्ग से मुनस्यारी पहुंचते हैं। 15 मार्च से 15 जून तक मुनस्यारी में पर्यटन सीजन पीक पर होता है। देश, विदेश के पर्यटक पहुंचते हैं। उच्च हिमालय में ट्रैकिंग, पर्वतारोहण को जाने वाले ट्रेकर और पर्वतारोही भी इसी मार्ग से मुनस्यारी पहुंचते हैं।
---
वर्जन
भुजगड़ नदी में मानसून काल में पुल के एक तरफ की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसकी मरम्मत के लिए 34 लाख रु पये का प्रस्ताव तीन माह पूर्व शासन को भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
-सूरज साह, अवर अभियंता, लोनिवि डीडीहाट