नंदा देवी अभियान में टीम लीडर मार्टिन लापता
जासं पिथौरागढ़ नंदा देवी ईस्ट अभियान में एवलांच की चपेट में आने से मृत विदेशी पर्वतारोहियों
जासं, पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट अभियान में एवलांच की चपेट में आने से मृत विदेशी पर्वतारोहियों के शवों की शिनाख्त हो गई। लापता पर्वतारोही इस अभियान का टीम लीडर इंग्लैंड निवासी मार्टिन मोरेन है। अल्मोड़ा निवासी दल के लाइजन अफसर की अंत्येष्टि गुरुवार को कर दी गई है। वहीं छह विदेशी पर्वतारोहियों के शव हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में रखवाए गए हैं।
26 मई को नंदा देवी अभियान में गए इंग्लैंड, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के सात पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजन अफसर लापता हो गए थे। हेलीकॉप्टर से खोज एवं बचाव कार्य के दौरान नंदा देवी में पांच शव नजर आए। इसके बाद 13 जून से आइटीबीपी के नेतृत्व में डेयर डेविल्स नाम से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। 21 दिनों तक चले इस अभियान के तहत 23 जून को छह विदेशी पर्वतारोहियों और एक भारतीय लाइजन अफसर के शव को बर्फ से निकाला गया। आठवें पर्वतारोही का पता नहीं चल सका। तीन जुलाई को वायु सेना के चीता हैलीकॉप्टरों से शवों को पहले मुनस्यारी फिर एमआइ-17 से पिथौरागढ़ लाकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया गया। आठवें शव की खोज बरसात के बाद की जाएगी।
तीन जुलाई को भारतीय लाइजन अफसर अल्मोड़ा निवासी चेतन पांडेय और एकमात्र महिला पर्वतारोही रू थ मैकेंस की ही शिनाख्त हुई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने अन्य छह पर्वतारोहियों के शवों की फोटो और पासपोर्ट नंबर व अन्य दस्तावेज संबंधित देशों के दिल्ली स्थित दूतावासों को भेज दिए थे।
शुक्रवार की सायं दूतावासों द्वारा शवों की शिनाख्त कर इसकी सूचना और सूची पिथौरागढ़ प्रशासन को भेज दी है। दूतावासों द्वारा भेजी गई सूची के अनुसार मृतकों में यूके के जॉन मैकलर्न, रु पर्ट वेवेल व रिचर्ड प्याने, आस्ट्रेलिया की रूथ मैकेंस और यूएसए के एंथोनी सूडेकम और रोनाल्ड बीमेल की शिनाख्त की गई है। दूतावासों द्वारा शिनाख्त किए जाने के बाद लापता पर्वतारोही टीम लीडर मार्टिन मोरेन है।
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सबसे कुशल पर्वतारोही माने जाते थे मार्टिन
लापता मार्टिन मोरेन विश्व के सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोही माने जाते थे। बताया जाता है कि मार्टिन को नंदा देवी क्षेत्र खूब प्रिय था। वह इस दल में शारीरिक रू प से सबसे मजबूत सदस्य भी थे।