करों की वसूली तक सीमित न रहे छोटी सरकार
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: निकाय चुनाव में अब पांच दिन का समय बाकी है। अब तक खामोश मतदाता अब
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: निकाय चुनाव में अब पांच दिन का समय बाकी है। अब तक खामोश मतदाता अब मुखर होने लगे हैं। मतदाताओं का मानना है कि नगरों की सबसे छोटी सरकार की भूमिका सिर्फ करों की वसूली तक नहीं होनी चाहिए। निकायों को साफ-सफाई, पथ-प्रकाश और नगरों को व्यवस्थित रखने की अपनी जिम्मेदारी का पूरी गंभीरता से निर्वहन करना चाहिए। तभी चुनी गई इस छोटी सरकार की सार्थकता साबित होगी। पिथौरागढ़ को निकाय का दर्जा मिले अब छह दशक पूरे हो चुके हैं। नगर में आज भी पथ प्रकाश, पैदल मार्ग, नालियों का अभाव जैसी तमाम समस्याएं बनी हुई हैं। निकायों के लिए चुने जाने वाले प्रतिनिधियों को सही योजना बनाकर इनका समाधान करना चाहिए। फोटो फाइल: 12 पीटीएच 09
परिचय: दीवान सिंह। पिथौरागढ़ नगर को प्रदेश में मिनी कश्मीर का दर्जा प्राप्त है, लेकिन व्यवस्थाओं की कमी से इस नगर को इसके प्राकृतिक सौंदर्य का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। नगर के लिए सही ढंग से नियोजन हो तो यहां पर्यटन कारोबार से ही पालिका अपने संसाधनों को मजबूर सकती है।
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परिचय: रोबिन सिंह। नगर को साफ सुथरा रखने, पथ प्रकाश व्यवस्था बनाने और राहगीरों के लिए बेहतर सुविधाओं का विकास नगर निकायों की जिम्मेदारी है। पिछले वर्षो में स्थितियों में कुछ सुधार हुआ है। स्ट्रीट लाइटें लगी हैं, लेकिन अक्सर इनके खराब हो जाने से लोगों को दिक्कत उठानी पड़ती है। इस व्यवस्था को और बेहतर किए जाने की ज्ररू रत है।
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परिचय: प्रदीप जोशी। नगर में पैदल चलने वाले लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वाहनों की भारी तादात के चलते जाम और आए दिन लोगों के वाहनों की चपेट में आने की घटनाएं होती रहती हैं। निकाय को अब नगर में जहां संभव हो सड़कों के किनारे फुटपाथ का निर्माण कराना चाहिए ताकि लोग सुरक्षित ढंग से आवागमन कर सकें।
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परिचय: रिजवान अंसारी।