एसडीजी गोल पर काम करना सभी का उद्देश्य
जागरण संवाददाता, चम्पावत : उत्तराखंड सतत विकास उत्सव कार्यक्रम में देश विदेश से आए विषय विशेषज्ञ्
जागरण संवाददाता, चम्पावत : उत्तराखंड सतत विकास उत्सव कार्यक्रम में देश विदेश से आए विषय विशेषज्ञ व एनजीओ का एक ही लक्ष्य है कि सुख समृद्धि से हमारा पूरा विश्व भरपूर हो। इसके लिए 2015 में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में 17 बिंदुओं पर कार्य करने का संकल्प लिया। यह संकल्प भारत ने भी लिया। शुक्रवार को जब यह लोग चम्पावत में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे तो सभी ने एक ही स्वर में कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य एसडीजी के 17 गोल पर काम करना है और यहां भी इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए चम्पावत आए हैं। जब जागरण टीम ने उनसे बात की तो उन्होंने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी।
क्या कहते हैं डेलीगेट्स
पीस प्रोस्पेरिटी के लिए इजराइल सरकार के साथ काम कर रही हूँ। अब भारत में काम करना चाहती हँू। पहली बार भारत आई हॅू, यहां पहुंचने में 40 घंटे लगे। - सलाम खेदान, सलाम पीस फाउंडेशन इजराइल।
भारत और उजबेकिस्तान की संस्कृति को समेकित कर दोनों के बीच संबंध स्थापित करना चाहती हँू। जिससे हम पर्वतीय संस्कृति को समझ सकें। - दिलदौरा, उजबेकिस्तान।
यहां के लोगों को जानना, देखना, भौगोलिक स्थिति का अध्ययन करना और समझने के लिए आया हँू। चम्पावत बहुत सुंदर है। इसके विकास के लिए हम चर्चा करेंगे। - मुजाहिद, यमन
पहली बार चम्पावत का नाम सुना और यहां के लोग, संस्कृति, समाज, रहन सहन आदि को देखने और जानने के उद्देश्य से आया हँू। यह देखकर अच्छा लगा कि लोग अपने क्षेत्र और देश को प्रमोट कर रहे हैं। - फैजल, छात्र, अफगानिस्तान
चम्पावत के इस फेस्टिवल के लिए बुलाया गया। यहां के लोग और मौसम बहुत अच्छा और शांत है। यहां से जाने का मन नहीं कर रहा है। फेस्टिवल से काफी कुछ सीखने को मिलेगा। - इमामुद्दीन हुसैन, छात्र, अफगानिस्तान
मैं इंटरनेशनल यूथ कमेटी का इंडियन अंबेसडर हूं। सतत विकास उत्सव में अन्य एनजीओ को बुलाकर हम यूएन के 17 बिंदुओं पर चर्चा कर इस पर काम करेंगे। जिससे क्षेत्र का विकास हो सके। = केशव सैनी, दिल्ली
इंडिया पहली बार आया हूं। बहुत अच्छा लग रहा है। मैं अफ्रिकन एसोसिएशन फॉर स्टूडेंट इन इंडिया का नोमीनेटेड अध्यक्ष भी रहा हूं। इसलिए यहां के छात्रों को एसोसिएशन में जोड़कर काम करना चाहता हूं। = रव्यू नूरा, नाइजीरिया
मैं भारत सरकार के युवा मंत्रालय द्वारा नेशन यूथ अवार्ड से सम्मानित हो चुका हूं। यहां की चाय की मार्केटिंग के लिए जिला प्रशासन के साथ एमओयू करें। साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने को नेचर कैंप भी करेंगे। एक वीक को इंग्लिश स्पीकिंग का कोर्स भी कराएंगे। = उमाशंकर कुमार, तेलांगना
मैं वेयतनाम बुद्धिस्टि एसोसिएशन का सदस्य है। जो बुद्धिज्मि पर काम कर रहे हैं। जिससे लोगों को शांति मिल सके। वह पहली बार चम्पावत आए हैं। यहां बहुत अच्छा लग रहा है। = अन्ह, वेयतनाम
मैं वंदे भारतम एनजीओ चलाता हूं। जिसमें सबसे ज्यादा फायदा किसानों का होगा। हमारे पास समस्या का समाधान होता है लेकिन वह वहां तक कैसे पहुंचेगा यह पता नहीं होता। मैं रियल टाइम माइक्रो गर्वनेंस पर काम करता हूं। = लोकेश बीएच, बैंग्लोर
हम शिक्षा पर काम करते हैं। लोगों को बेहतर शिक्षा कैसे और किस प्रकार दी जा सकती है। इसके लिए हम इन सेमीनार पर चर्चा कर जिला प्रशासन को इसका हल बताएंगे। = अमीना मिर्जाद, अफगानिस्तान
मैं पहली बार इंडिया आई हूं। खासतौर पर चम्पावत में आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यहां का मौसम बहुत खुशनुमा है। एक दो दिन यहां रूक कर जाएंगे। = डर्सन, तुर्केमेनिस्तान, छात्र
हम कविता को प्रोमोट करते हैं। मैंने टेबिल नंबर 21, बिट्टू बॉस समेत कई फिल्मों में गीत लिखे हैं। टेबिल नंबर 21 का मन मेरा.. गीत हिट रहा। टीम में नशरा है। जो म्यूजिक सिखाती है। हम म्यूजिक के बार में लोगों को बताएंगे। = असीम अहमद व नशरा, काफिया ग्रुप ऑफ पोइट