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पीएम आवास योजना में पिथौरागढ़ को मिला स्कॉच सिल्वर अवार्ड

जागरण संवाददाता पिथौरागढ़ जनपद पिथौरागढ़ को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में उल्लेखनीय

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Feb 2019 11:34 PM (IST)Updated: Thu, 28 Feb 2019 11:34 PM (IST)
पीएम आवास योजना में पिथौरागढ़ को मिला स्कॉच सिल्वर अवार्ड
पीएम आवास योजना में पिथौरागढ़ को मिला स्कॉच सिल्वर अवार्ड

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: जनपद पिथौरागढ़ को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में उल्लेखनीय कार्य करने में राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच सिल्वर अवार्ड मिला है। इसके अलावा आजीविका मिशन तथा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण दो कांस्य पदक प्राप्त हुए हैं। एक साथ तीन अवार्ड मिलने से सीमांत जिले में खुशी व्याप्त है। उक्त अवार्ड नई दिल्ली में परियोजना निदेशक डीआडीए ने प्राप्त किए।

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इस संबंध में गुरु वार को मुख्य विकास अधिकारी वंदना ने पत्रकारों को बताया कि वर्ष 2016-17 च 17-18 में पीएम आवास योजना के तहत जिले को 631 आवास बनाए जाने का लक्ष्य था। अक्टूबर 2017 को जब उन्होने सीडीओ का कार्यभार संभाला तो तब केवल चार आवास ही बने थे। जिसे देखते हुए सितंबर से दिसंबर तक सभी लाभार्थियों के साथ बैठक की गई। जिसके बाद आवास निर्माण में तेजी आइ। जिसके कारण 31 मार्च 2018 तक 248 आवास पूर्ण हुए। वित्त्तीय वर्ष 2018 -19 में जून माह तक बजट मिला, परंतु मानसून काल होने के कारण धारचूला और मुनस्यारी में कार्य कर पाना मुश्किल हो रहा था। दूसरी तरफ 65 फीसद आवास इन दो विकासखंडों में ही थे। ========= क्या थी परेशानी विकास खंड मुनस्यारी के हरकोट गांव में एक लाभार्थी ऐसा था जिस परिवार में केवल बच्चे थे। माता, पिता की मृत्यु हो गई थी। विकास खंड कनालीछीना में एक परिवार ऐसा था जिसमें पति व पत्नी दोनों मानसिक पीड़ित थे। दोनों परिवार झोपड़ी में रह रहे थे। एक परिवार गंगोलीहाट का भी मानसिक रू प से पीड़ित था। तीनों के आवास निर्माण में बाधाएं आ रही थी, लाभार्थियों के खाते में धन जमा करना चुनौती बना था। ग्राम्य विकास के अधिकारियों, कर्मचारियों के द्वारा व्यक्तिगत रु चि लेकर तीनों आवासों का निर्माण कराया गया। ======== ग्राम्या की आजीविका योजना में भी मिला अवार्ड सीडीओ वंदना ने बताया कि ग्राम्या परियोजना के तहत 63 ग्राम पंचायतों में विधवा और दिव्यांग को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विशेष कार्य कर उनकी आजीविका बढ़ाने के लिए मिला है। परियोजना के अंतर्गत 110 विधवा, 91 दिव्यांग व्यक्तियों को स्वरोजगार से जोड़ने के अलावा क्षेत्र के लोगों को आजीविका से जोड़ा गया। जिस पर जिले को राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक मिला है। विगत 22 जनवरी को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में इन पुरस्कारों के लिए उनके माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया था। जिसमें कार्यो की पूरी जानकारी दी गई। इन पुरस्कारों के लिए पूरे देश भर से एक हजार से अधिक आवेदन हुए थे। पिथौरागढ़ से इन दो योजनाओं में आवेदन किया गया था। जिसमें उल्लेखनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिले हैं।


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