जाजरदेवल नैनीसैनी सड़क की बदहाली से गुस्साए क्षेत्रवासियों ने फूंका प्रदेश सरकार का पुतला
जाजरदेवल-नैनीसैनी लिंक सड़क की बदहाली से गुस्साए क्षेत्रवासियों ने बुधवार को प्रदर्शन कर आक्रोश जताया।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : जाजरदेवल-नैनीसैनी लिंक सड़क की बदहाली से गुस्साए क्षेत्रवासियों ने बुधवार को कांग्रेस के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। क्षेत्रवासियों ने सड़क की हालत सुधारने के लिए पहल नहीं होने पर लोनिवि अधिकारियों के घेराव की चेतावनी दी है।
जाजरदेवल में प्रदर्शन करते हुए क्षेत्रवासियों ने कहा कि जाजरदेवल-नैनीसैनी सड़क लंबे समय से बदहाल है। जगह- जगह गड्ढों से पटी पड़ी सड़क पर वाहन चालकों के साथ ही पैदल चलने वालों को भी खासी दिक्कत हो रही है। कई दुपहिया वाहन चालक सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। क्षेत्र के लोग लंबे समय से सड़क की हालत सुधारे जाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग की तंद्रा नहीं टूट रही है। जिला मुख्यालय के सबसे नजदीकी क्षेत्र की सड़क होने के बावजूद लोनिवि की उदासीनता विभाग की कार्यप्रणाली को बयां कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि क्षेत्र की उपेक्षा को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जल्द ही सड़क ठीक नहीं की जाती है तो क्षेत्रवासी लोनिवि अधिकारियों का घेराव करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश पंत, निर्मल लोहिया, गिरीश जोशी, मोहित जोशी, दीपक बोहरा, कुंदन सिंह, नीरज सामंत, हेम जोशी, नीरज कुमार, अतुल दीप, अक्षय कुमार, विशाल कुमार, सूरज प्रसाद, हिमांशु पोखरिया, नवीन धामी, सुनील भट्ट, संतोष हेनरी आदि शामिल थे। ==== रोड नहीं तो वोट भी नहीं देंगे ग्रामीण
गंगोलीहाट : मड़कनाली से सुरखाल पाठक तक 11 किमी सड़क निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों का क्रमिक अनशन 66वें दिन भी जारी रहा। आक्रोशित ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाते हुए कहा कि यदि इसी तरह से ग्रामीणों की अनदेखी होती रही तो क्षेत्र के पांच ग्राम पंचायतों के ग्रामीण आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने को बाध्य होंगे।
मड़कनाली सुरखाल पाठक मोटर मार्ग निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले नगर के तहसील रोड पर चल रहे आंदोलन के 66वें दिन बादल सिंह, सूरज सिंह क्रमिक अनशन पर बैठे। उनके समर्थन में दर्जनों ग्रामीणों ने धरना दिया। समिति अध्यक्ष ललित सिंह बिष्ट ने कहा कि आंदोलन को दो माह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। जिस कारण आंदोलनरत ग्रामीण अब आंदोलन को उग्र रू प देने का मन बना रहे हैं। इस मौके पर जिपं सदस्य सुगड़ी कल्याण राम, हरीश बहादुर टम्टा, संतोष सिंह, केसर सिंह, राजेंद्र सिंह, बलवीर प्रताप सिंह रावत आदि मौजूद रहे।