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्रग्रामीण क्वारंटाइन सेंटरों को छोड़िए जनाब यहां तो जिला मुख्यालय में ही हाल बुरा

पिथौरागढ़ जिले के क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:44 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:08 AM (IST)
्रग्रामीण क्वारंटाइन सेंटरों को छोड़िए जनाब यहां तो जिला मुख्यालय में ही हाल बुरा
्रग्रामीण क्वारंटाइन सेंटरों को छोड़िए जनाब यहां तो जिला मुख्यालय में ही हाल बुरा

पिथौरागढ़, जेएनएन : जिले के क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं हैं। सेंटरों में एककमरे में 40 से अधिक लोगों को रखा गया है। प्रवासियों के लिए जमीन पर लगाए गए बिस्तरों की दूरी नाममात्र की है। क्वारंटाइन सेंटर के मुख्य द्वार में सैनिटाइजेशन हो रहा है, लेकिन भीतरी हिस्सों में केवल खानापूर्ति हो रही है।

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नगर के मध्य जीजीआइसी स्कूल में संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इसी सेंटर से कुछ रोज पूर्व भेजे गए जांच नमूने में पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, बावजूद इसके यहां व्यवस्थाओं में कोई खास बदलाव नहीं आया है। वर्तमान में इस सेंटर में 80 लोग रखे गए हैं। इनमें 40 लोग तीन दिन पूर्व ही यहां पहुंचे हैं। इन सभी को एक हॉल में रखा गया है। हॉल में 40 लोगों के लिए जमीन में बिस्तर लगाए गए हैं। इन बिस्तरों के बीच दो फिट से भी कम दूरी रखी गई है। पॉजिटव केस सामने आने के बाद कुछ युवाओं को सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है, अब ये लोग अपने घर के नजदीक उन्हें क्वारंटाइन कर दिए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इनकी मांग फिलहाल नहीं सुनी गई है। युवाओं का तर्क है कि उन्हें उनके घरों के नजदीक क्वारंटाइन कर दिया जाए तो संस्थागत क्वारंटाइन में दबाव कम होगा। संस्थागत क्वारंटाइन में रह रहे विकास ने बताया कि संस्थागत क्वारंटाइन में हर रोज सैनिटाइजेशन होना चाहिए। केंद्र के बाहर और कक्षों में सैनिटाइजेशन हो रहा है, लेकिन कमरों को जोड़ने वाली गैलरियों में सैनिटाइजेशन नहीं किया जा रहा है। करन, मनोज, राजेश, लोकेश, गोविंद, संतोष ने बताया कि खाना लेने के लिए उन्हें लंबी-लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। ---------- सेंटर में रखे गए युवाओं ने काटा हंगामा पिथौरागढ़: जीजीआइसी संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए युवाओं ने व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए बुधवार की रात हंगामा खड़ा कर दिया। युवा एक ही हॉल में 40 लोगों को रखे जाने से नाराज थे। युवाओं ने भीड़ कम करने के लिए नए कक्ष खुलवाने की मांग उठाई। हंगामे की सूचना पर एसडीएम (सदर)तुषार सैनी रात में केंद्र में पहुंचे। उन्होंने युवाओं की समस्या सुनी। युवाओं के लिए नए कक्ष खुलवाए गए। एसडीएम ने जांच रिपोर्ट में निगेटिव पाए गए युवाओं को उनके घर के नजदीक क्वारंटाइन किए जाने का भरोसा दिया। इसके बाद युवा शांत हुए।


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