Pithoragarh: जिला प्रशासन ने सुनाया कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवा समाप्त करने का फरमान, मंडराया रोजी-रोटी का संकट
पिथौरागढ़ जिला प्रशासन के फरमान से नौ तहसीलों में जनाधार कक्ष में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। जिलाधिकारी की ओर से कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवाएं 31 मार्च से समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं।
संवाद सूत्र, थल (पिथौरागढ़): जिला प्रशासन के फरमान से नौ तहसीलों में जनाधार कक्ष में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। जिलाधिकारी की ओर से जनपद के नौ तहसीलों में जनाधार कक्ष से जारी होने वाले विभिन्न प्रमाण पत्रों की संख्या न्यून होने का हवाला देते हुए यहां तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवाएं 31 मार्च से समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं।
कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवाएं 31 मार्च से समाप्त करने का आदेश
बता दें, जिलाधिकारी की ओर से जारी किए गए आदेश में तहसील डीडीहाट, मुनस्यारी, बेरीनाग, गंगोलीहाट, कनालीछीना, देवलथल, थल, तेजम व गणाई-गंगोली के अंतर्गत जनाधार कक्ष में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवाएं 31 मार्च से समाप्त हो जाएंगी। इन तहसीलों के अंतर्गत जनाधार कक्ष से जारी होने वाले विभिन्न प्रमाण पत्रों से प्राप्त आय से ही कंप्यूटर ऑपरेटरों का मानदेय भुगतान किया जाता है, लेकिन बीते अक्टूबर माह से इन तहसीलों के जनाधार कक्षों में प्रमाण पत्रों की संख्या न्यून पाई गई। जिस कारण इन तहसीलों में तैनात ऑपरेटरों का मानदेय भुगतान किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।
उत्तराखंड क्रांति दल ने गहरी नाराजगी प्रकट की
अब एक फरवरी से जनाधार कक्ष में प्रमाण पत्रों से संबंधित कार्यों का संपादन संबंधित तहसीलों में भूलेख कक्ष में तैनात किए गए आपरेटरों द्वारा किया जाएगा। इसके लिए उन्हें कोई अतिरिक्त मानदेय नहीं दिया जाएगा। नौ तहसीलों के कंप्यूटर ऑपरेटरों की सेवाएं एक झटके में समाप्त करने पर उत्तराखंड क्रांति दल ने गहरी नाराजगी प्रकट की है।
दल के पूर्व जिलाध्यक्ष सलीम अहमद का कहना है कि इन तहसीलों में तैनात अधिकांश कंप्यूटर ऑपरेटर विगत 7-8 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें विगत तीन माह से मानदेय भी नहीं मिल सका है। ऐसे में उनकी सेवाएं समाप्त करने से उनके सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट पैदा हो जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारी से इस विषय में पुन: विचार करने और कंप्यूटर ऑपरेटरों को यथावत रखने की मांग की है।