पर्यटकों को आकर्षित करेंगी पिथौरागढ़ की वादियां
जागरण संवाददाता पिथौरागढ़ नैसर्गिक सौंदर्य के बाद भी पर्यटकों की प्रवास अवधि को बढ़ा पाने
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: नैसर्गिक सौंदर्य के बाद भी पर्यटकों की प्रवास अवधि को बढ़ा पाने में असमर्थ पिथौरागढ़ में अब पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्यटन विभाग इस वर्ष से विभिन्न योजनाएं चला रहा है। पिथौरागढ़ में आने वाले पर्यटकों को रिवर राफ्टिंग, ट्रैकिंग और साइकिलिंग के माध्यम से कम से कम पांच दिन तक प्रवास करने के लिए आकर्षित किया जाएगा।
पिथौरागढ़ नगर बाहर से आने वाले पर्यटक को प्रथम दृष्टि में ही भा जाता है। विडंबना यह है कि नगर के आसपास पर्यटक स्थलों का विकास नहीं होने से यहां पर पर्यटक अधिक दिनों तक प्रवास नहीं करता है। जिसके चलते पिथौरागढ़ में पर्यटन का विकास नहीं हो पा रहा है। जिसे देखते हुए इस बार पर्यटन विभाग ने पर्यटकों को यहां पर रोकने की कार्ययोजना तैयार की है। सर्वप्रथम तो पर्यटकों को होम स्टे में ठहराने का इरादा है। जिले में अब तक 141 होम स्टे हो चुके हैं। पर्यटकों को रोकने के लिए साहसिक पर्यटन का सहारा लिया जा रहा है।
साहसिक पर्यटन के तहत पर्यटन विभाग जिले में बहने वाली काली और सरयू नदी में रिवर राफ्टिंग कराएगा। काली नदी में रिवर राफ्टिंग के दौरान नेपाल दर्शन भी कराएगा। इसके अलावा नगर के आसपास के क्षेत्रों में ट्रैकिंग का प्रस्ताव तैयार किया गया है। नगर के शीर्ष में चंडाक मोस्टामानू तक और थलकेदार पहाड़ी में ट्रैकिंग कराने जा रहा है। थलकेदार पहाड़ी में होने वाली ट्रैकिंग पर्यटकों के लिए बेहद रोमांचकारी साबित होने वाली है। थलकेदार पहाड़ी में घना जंगल है। इस जंगल के मध्य ट्रैकिंग अपने आप में रोमांच रहेगा। वहीं पहाड़ी पगडंडियों और सड़कों पर साइकिलिंग कराई जाएगी। जिसे लेकर पर्यटकों को कम से कम चार दिन तक पिथौरागढ़ में रोका जा सकेगा । ======== पिथौरागढ़ आने वाले पर्यटकों को यहां पर चार से पांच दिन तक रोकने के लिए पर्यटन विभाग तैयारी कर चुका है। यहां पर पर्यटकों के लिए साहसिक पर्यटन आकर्षण का केंद्र बनेगा। जिसके तहत रिवर राफ्टिंग, ट्रैकिंग और साइकिलिंग कराई जाएगी। इसके अलावा पर्यटकों को यहां की लोक संस्कृति से भी परिचित कराया जाएगा।
- अमित लोहनी, पर्यटन अधिकारी पिथौरागढ़