पिथौरागढ़ और बेरीनाग में मूसलधार वर्षा, ओलावृष्टि
जासं पिथौरागढ़/बेरीनाग दो दिन मौसम साफ रहने के बाद बुधवार फिर खराब हो गया है। जिले के
जासं, पिथौरागढ़/बेरीनाग : दो दिन मौसम साफ रहने के बाद बुधवार फिर खराब हो गया है। जिले के विभिन्न हिस्सों में मूसलधार वर्षा और भारी ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से बची खुची फसल बर्बाद हो गई है। बेरीनाग क्षेत्र में भारी वर्षा और ओलावृष्टि से अस्कोट-कर्णप्रयाग मार्ग पर कांडे किरोली के पास ऊफान में आया नाला सड़क पर बहने लगा। जिसके चलते लगभग एक घंटे तक यातायात ठप रहा। बेरीनाग में तो ओलों की सफेद चादर बिछ गई। वहीं देर सायं गंगोलीहाट में भी मौसम खराब हो चुका है और मुनस्यारी सहित उच्च हिमालय में भी घने बादल छा गए हैं।
सीमांत जिले में बीते दो दिनों से मौसम साफ चल रहा था। बुधवार की सुबह धूप तो खिली, परंतु आसमान में हल्के बादल छाए रहे। अपराह्न तक मौसम डरावना हो गया। तीन बजे के आसपास से आसमान से पहले ओले गिरे फिर बारिश हुई। कुछ देर बारिश का वेग कम हुआ परंतु बाद में मूसलधार वर्षा हुई। जिससे नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगा। कई मकानों और दुकानों में पानी घुस गया। सड़क पर वाहनों का चलना मुश्किल हो गया। सायं पांच बजे तक आसमान बरसता रहा। आधा घंटे बाद एक बार फिर वर्षा और ओलावृष्टि हुई। जिससे फसलों, फलों और साग सब्जी को व्यापक नुकसान हुआ है।
बेरीनाग से मिली जानकारी के अनुसार वहां पर मौसम का रौद्र रू प दिखा। भारी ओलावृष्टि हुई। तीसरी बार की ओलावृष्टि से इस क्षेत्र के काश्तकारों की हालत दयनीय हो चुकी है। वर्षा और ओलावृष्टि से नाले ऊफान पर आ गए। कांडे किरोली में तो एक नाला मार्ग बदल कर सड़क पर बहने लगा। जिसके चलते एक से डेढ़ घंटे तक अस्कोट-कर्णप्रयाग मार्ग पर यातायात ठप रहा। कई मकानों और दुकानों में पानी घुस गया। खेत पानी से लबालब भर गए। मौसम के चलते लोग सहमे रहे। इस क्षेत्र में एक माह के भीतर तीसरी बार भारी ओलावृष्टि हो चुकी है।
थल तहसील क्षेत्र में भी भारी ओलावृष्टि हुई। पांखू, लोहाथल, कोटगाड़ी, चौंसाला, हीपा गांवों में जमकर ओले गिरे। किसानों ने सरकार से फसलों के मुआवजे की मांग की है। गंगोलीहाट तहसील के टिम्टा क्षेत्र में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। तहसील मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में सायं से वर्षा प्रारंभ हो गई है। अलबत्त्ता मुनस्यारी क्षेत्र में बादल छाए रहे। उच्च हिमालय में भी मौसम खराब नजर आ रहा है।