आपदा प्रभावित क्षेत्र में व्यवस्थाएं बहाल न होने पर फूटा आक्रोश
पिथौरागढ़ के आपदाग्रस्त क्षेत्रों की अनदेखी से गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन किया।
मुनस्यारी, जेएनएन : आपदा के बीस दिन बाद भी व्यवस्थाएं बहाल नहीं होने और मुख्यमंत्री के क्षेत्र में नहीं पहुंचने से नाराज विभिन्न संगठनों ने मंगलवार को तहसील कार्यालय में प्रदर्शन कर धरना दिया। संगठनों ने मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की अगुवाई में जौहार समिति के श्रीराम धर्मशक्तू, व्यापार संघ अध्यक्ष राजेंद्र पांगती, केदार मर्तोलिया, हरीश चिराल, पूर्व प्रधान खुशाल ज्येष्ठा, पुष्कर नितवाल, गुड्डू मर्तोलिया, जितेंद्र ज्येष्ठा ने प्रदर्शन कर तहसील कार्यालय में धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि आपदा के 20 दिन बाद भी क्षेत्र की तमाम सड़कें बाधित हैं, लोगों को आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांवों से मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को अपनी जान हथेली पर रखनी पड़ रही है। तहसील क्षेत्र में स्थाई उपजिलाधिकारी नहीं होने से विभिन्न प्रमाण पत्रों पर हस्ताक्षर नहीं हो पा रहे हैं। जाति, स्थायी निवास, आय प्रमाण पत्र पिछले चार माह से तहसील कार्यालयों में पड़े हैं। तमाम परेशानियां झेल रहे लोगों की सुध लेने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अब तक क्षेत्र में नहीं पहुंचे हैं। प्रदर्शनकारियों ने बंद सड़कों को अविलंब खोलने, तहसील में स्थायी एसडीएम की तैनाती करने, आपदा में मृत लोगों के परिजनों को आठ लाख का मुआवजा देने के साथ ही संवेदनशील गांवों का अविलंब विस्थापन कराए जाने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि जल्द समस्याएं नहीं सुलझाई गई तो क्षेत्र के लोग आंदोलन को तेज कर देंगे। प्रदर्शन के बाद तहसील कार्यालय के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया गया।