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निकाय चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगा भूमि पर मालिकाना हक

संवाद सूत्र, बेरीनाग: बेरीनाग के सर्द मौसम में होने वाले पहले निकाय चुनावों में भूमि पर मालिकान

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 03:15 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 03:15 PM (IST)
निकाय चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगा भूमि पर मालिकाना हक
निकाय चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगा भूमि पर मालिकाना हक

संवाद सूत्र, बेरीनाग: बेरीनाग के सर्द मौसम में होने वाले पहले निकाय चुनावों में भूमि पर मालिकाना हक का मामला गर्मी लाएगा। राष्ट्रीय दलों के दावेदारों के लिए जनता को इस मुद्दे पर अपनी सफाई देनी होगी और साथ ही इस मुद्दे का हल निकालने के लिए साफ-साफ प्लान भी जनता को बताना होगा।

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टी स्टेट की भूमि पर बसे बेरीनाग नगर के अधिकांश लोगों के पास अपने भवन तो हैं, लेकिन जिस भूमि पर भवन खड़ा किया गया है उस पर मालिकाना हक नहीं है। भूमि के सौदे कागजों पर ही हुए हैं। तीन वर्ष पूर्व तक ग्राम पंचायत होने के चलते यहां भवन निर्माण में किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं थी, हालांकि भूमि पर मालिकाना हक नहीं होने के कारण तब भी लोग तमाम सरकारी योजनाओं और बैंक ऋण का लाभ लेने से वंचित थे।

अब इस क्षेत्र में नगर पंचायत गठित होने के साथ ही प्राधिकरण के नियम भी लागू हो चुके हैं। नया भवन बनाने के साथ ही पुराने भवन में कुछ फेरबदल करने पर भवन का नक्शा प्राधिकरण से पास कराया जाना जरूरी है। पिछले दिनों प्राधिकरण सचिव एवं एसडीएम ने तमाम नए भवनों का निर्माण रोक दिया था, फिलहाल यहां भवन के निर्माण पर रोक लगी हुई है और लोग परेशान हैं। निकाय चुनावों में यह मुद्दा अच्छी खासी गरमी पैदा करेगा। भूमि पर मालिकाना हक के मामले में क्षेत्र की जनता को अभी तक सिर्फ गुमराह किया गया है। दो-दो मुख्यमंत्रियों की घोषणा के बाद भी इस मुद्दे का समाधान नहीं निकला है। जनता परेशान है और राजनैतिक दल कोरी घोषणाएं कर रहे हैं। कविता पंत, स्थानीय निवासी

फोटो फाइल : 30 पीटीएच 04

लोगों ने अपने जीवन भर की मेहनत से थोड़ी बहुत जमीन खरीदी है, लेकिन अब लोग उस पर भवन नहीं बना पा रहे हैं। आम जनता की तकलीफों को लेकर राजनैतिक दल गंभीर नहीं हैं। निकाय चुनावों में उन्हें इस मसले का समाधान करने का खाका पेश करना होगा। रेनू बाफिला, स्थानीय निवासी

फोटो फाइल : 30 पीटीएच 05

गांव के लोग इस उम्मीद में नगर पंचायत क्षेत्र में शामिल होने को तैयार हुए थे कि उनकी समस्याओं का समाधान निकलेगा, लेकिन नगर पंचायत गठित होने के बाद तीन वर्ष के दौरान समस्याएं और बढ़ गई, पथ प्रकाश व्यवस्था नहीं होने से लोगों का आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शोभा कठायत, स्थानीय निवासी

फोटो फाइल : 30 पीटीएच 06

विभिन्न वार्डो में न तो आम रास्ते हैं और नहीं पानी का कोई इंतजाम है। शीतकाल में भी लोगों को प्राकृतिक जलस्रोतों से पानी भरना पड़ रहा है। पेयजल की समस्या से न केवल स्थानीय लोग बल्कि यहां आने वाले पर्यटक भी खासे परेशान हैं। पांच वर्षो से योजना का काम चल रहा है। योजना कब पूरी होगी इसका जबाब किसी के पास नहीं है। गुड़िया मेहता, स्थानीय निवासी

फोटो फाइल : 30 पीटीएच 07


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