नौले-धारे हमारे सांस्कृतिक धरोहर : पंत
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ विश्व जल दिवस पर डॉ. पीतांबर अवस्थी की जल संरक्षण से जुड़ी पुस्तक उत्तरा
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: विश्व जल दिवस पर डॉ. पीतांबर अवस्थी की जल संरक्षण से जुड़ी पुस्तक उत्तराखंड के परंपरागत जल स्रोत (नौले-धारे, चाल-खाल) का विमोचन किया गया। वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने पुस्तक का विमोचन करते हुए डॉ. अवस्थी के प्रयासों की सराहना की। साथ ही कहा कि समाज में जागरू कता लाने के लिए यह पुस्तक मील का पत्थर साबित होगी।
काबीना मंत्री पंत ने कहा कि डॉ. अवस्थी लंबे समय से सामाजिक सरोकारों से जुड़े हैं। नशामुक्ति, बेटी बचाओ, पर्यावरण संरक्षण जैसे जन मुद्दों पर वे पहले ही पुस्तकें लिख चुके हैं। जल जीवन का आधार है। इसका संरक्षण करना मानव का पुनीत कर्तव्य है। इसलिए हमें नौलों-धारों को अपनी धरोहर मानते हुए इन्हें संरक्षित करना होगा। यदि समय रहते हम अपनी इन धरोहरों को संरक्षित नहीं कर पाए तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम हमारे सामने होंगे।
लेखक डॉ. अवस्थी ने सभी का आभार जताते हुए कहा कि जल संरक्षण जागरू कता हेतु प्रत्येक ग्रामसभा में पुस्तकें निश्शुल्क वितरित की जाएंगी। उन्होंने जागरू कता कार्यक्रम चलाने के लिए सभी से सहयोग की अपील की। इस मौके पर मोहन चंद्र पंत, प्रधानाचार्या रेखा जोशी, मनमोहन कर्नाटक, कैलाश चंद्र पंत, मंजुला अवस्थी, भूपेश पंत, तारा कर्नाटक, गीता पंत, चंद्रकला पंत आदि मौजूद रहे।