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नहीं मिली 108 एम्बुलेंस, घंटों तड़पती रही गर्भवती महिला

संवाद सूत्र, बेरीनाग: जिले की 108 एम्बुलेंस सेवा फिर पटरी से उतरने लगी है। पेट्रोल पंप से तेल नहीं ि

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 10:50 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 10:50 PM (IST)
नहीं मिली 108 एम्बुलेंस, घंटों तड़पती रही गर्भवती महिला
नहीं मिली 108 एम्बुलेंस, घंटों तड़पती रही गर्भवती महिला

संवाद सूत्र, बेरीनाग: जिले की 108 एम्बुलेंस सेवा फिर पटरी से उतरने लगी है। पेट्रोल पंप से तेल नहीं मिलने के चलते बेरीनाग की सेवा ठप हो गई है, जिसका खामियाजा मंगलवार को एक गरीब परिवार को भुगतना पड़ा। प्रसव वेदना से जूझ रही महिला घंटों तड़फती रही। मजबूर परिवार को निजी वाहन बुक कराकर महिला को जिला मुख्यालय लाना पड़ा।

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कांडे किरौली गांव निवासी मोहन की पत्नी को मंगलवार को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिवार ने 108 एम्बुलेंस को फोन किया। दो घंटे तक इंतजार करने के बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची। महिला की हालत बिगड़ने पर परिजन प्राइवेट वाहन बुक कराकर जिला मुख्यालय रवाना हुए। बीती रात्रि एक वाहन दुर्घटना के घायल को भी एम्बुलेंस सेवा नहीं मिल पाई। परिजनों को उसे हल्द्वानी ले जाने के लिए निजी वाहन बुक कराना पड़ा। बताया गया है कि एम्बुलेंस को पेट्रोल पंपों से तेल नहीं मिल रहा है जिसके चलते बेरीनाग के साथ ही थल और मूनाकोट की 108 सेवा भी पिछले दो दिनों से ठप पड़ी हुई है।

ब्लाक प्रमुख रेखा भंडारी ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि आयुष्मान योजना के प्रचार प्रसार में ही लाखों की धनराशि खर्च की जा रही है, लेकिन सरकार 108 सेवा के लिए तेल का इंतजाम नहीं कर पा रही है। उन्होंने सेवा को अविलंब सुचारू किए जाने की मांग की है। तीन तहसीलों के लिए एक पेट्रोल पंप तय बेरीनाग: गंगोलीहाट, बेरीनाग, मुनस्यारी से संचालित होने वाली 108 एम्बुलेंस सेवा को पेट्रोल देने के लिए थल स्थित पेट्रोल पंप तय किया गया है। जबकि इन सभी स्थानों पर पेट्रोल पंप हैं। बेरीनाग से थल की दूरी 30 किलोमीटर, गंगोलीहाट से 60 किमी. और मुनस्यारी से 80 किलोमीटर है। पंप से मात्र एक हजार का पेट्रोल एक वक्त में मिल रहा है। थल आने जाने में ही वाहनों का अधिकांश तेल खत्म हो जा रहा है। दो माह से कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन बेरीनाग: 108 सेवा में तैनात कर्मचारियों के समक्ष फिर वेतन की समस्या खड़ी हो गई है। कर्मचारियों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। सेवा देने वाली कंपनी का सरकार के साथ सात मार्च तक का अनुबंध है। अनुबंध नहीं बढ़ने की स्थिति में कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कैसे होगा इसे लेकर भी कर्मचारी खासे परेशान हैं।


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