Move to Jagran APP

हिमालय की खूबसूरत घाटियों में खुली ट्रैकिंग की नई राह

संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में एक और नए ट्रैकिंग रू ट की खोज पूर

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 10:54 PM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2019 06:54 AM (IST)
हिमालय की खूबसूरत घाटियों में खुली ट्रैकिंग की नई राह
हिमालय की खूबसूरत घाटियों में खुली ट्रैकिंग की नई राह

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में एक और नए ट्रैकिंग रू ट की खोज पूरी हो गई है। इस रू ट के जरिए ट्रैकर हिमालय की तीन खूबसूरत घाटियों के एक साथ दर्शन कर सकेंगे। ग्लेशियरों को छूने वाला ऐसा रूट अब तक सिर्फ केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में ही अस्तित्व में हैं।

loksabha election banner

भारत और चीन के बीच सीमा बनाने वाले हिमालयी पर्वत श्रृंखला में कई अनुछुए ट्रैकिंग रू ट हैं, जहां अभी तक पर्यटकों की आमद शुरू नहीं हुई है। सिर्फ स्थानीय लोग ही इन रू टों की जानकारी रखते हैं। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की तीन हिमालयी घाटियों में अभी तक रालम, मिलम और दारमा घाटी के ट्रैकिंग रू ट पर ही ट्रैकर आते रहे हैं। ये तीनों क्षेत्र अलग-अलग घाटियों में हैं। पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रही संस्था कॉसमास नए ट्रैकिंग रू टों की खोजबीन कर रही है। संस्था ने हाल ही में एक नया ट्रैक रू ट खोजा है। जो दारमा घाटी के अंतर्गत सीपू पास से खुलता है। इस रू ट से धारचूला तहसील की व्यास घाटी से दारमा और मुनस्यारी की तहसील की जौहार घाटी आपस में जुड़ती है। सीपू पास से रालम, टोला गांव होते हुए मिलम तक पहुंचा जा सकता है। इस दौरान पंचाचूली के साथ ही रालम और मिलम ग्लेशियरों को भी पर्यटक टच करेंगे।

यह पहला ट्रैकिंग रू ट होगा जो 4800 मीटर से 5400 मीटर तक की ऊंचाई पर फैला हुआ है। यह रू ट 120 किमी. लंबा होगा। उच्च हिमालय में इस तरह का ट्रैकिंग रू ट अभी तक सिर्फ लद्दाख में है जहां दुनिया भर का पर्यटक ट्रैकिंग के लिए पहुंचता है। इस रू ट की खोज के बाद संस्था के सुरेंद्र पंवार और जगदीश भट्ट ने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों की मदद से इस रू ट की खोज पूरी हो पाई है। अभी तक अलग-अलग घाटियों में रहने वाले ग्रामीण इस रू ट का कभी कभार उपयोग कर रहे थे। संस्था के सदस्यों का कहना है कि इस रू ट का देश और विदेश में प्रचार किया जा रहा है, उम्मीद है कि ट्रैकरों को यह रू ट खासा पंसद आएगा। जल्द ही इस रू ट का पूरा नक्शा संस्था की इंटरनेट साइट पर डाला जाएगा। इससे पूर्व इसी संस्था ने सिनला पास से दांतू तक हाल ही में एक ट्रैक रू ट का सर्वे पूरा किया है। एक बार पर्यटक इन रू टों पर कदम रखेगा तो तय है कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड लद्दाख को भी पीछे छोड़ देगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.