नेपाल का प्रसिद्ध त्रिपुरा सुंदरी मेला 23 नवंबर से
यूनेस्को की विश्व धरोहर संपदा में शामिल प्रसिद्ध त्रिपुरा देवी मंदिर में 23 और 24 नवंबर को मेला लगेगा।
झूलाघाट, जेएनएन : यूनेस्को की विश्व धरोहर संपदा में शामिल प्रसिद्ध त्रिपुरा देवी मंदिर में 23 और 24 नवंबर को मेला लगेगा। 24 नवंबर को मुख्य मेला होगा।
भारत की सीमा से लगे नेपाल का त्रिपुरा सुंदरी मेला पश्चिमी नेपाल का सबसे बड़ा मेला माना जाता है। इस मेले में लाखों की संख्या में मेलार्थी भाग लेते हैं। प्रतिवर्ष भारत से भी हजारों की संख्या में मेलार्थी यहां पह्रुंचते हैं। दो दिवसीय इस मेले में भारी संख्या में पशु बलि होती है। इस बार कोरोना के चलते और भारत नेपाल सीमा सील होने से भारत से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना नहीं है। उधर नेपाल में भी मेला अन्य वर्षों की भांति अधिक लोगों के जुटने की संभावना कम है अलबत्ता त्रिपुरा सुंदरी आस्था का केंद्र है।
23 नवंबर से लगने वाले मेले के संबंध में जिला प्रशासन बैतड़ी और मंदिर समिति की बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि मेले में शराब का नशा करने और अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मेले में आने वाले सभी मेलार्थियों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। 23 नवंबर को छोटी जात और मुख्य मेला 24 नवंबर को बड़ी जात निकाली जाएगी। इस वर्ष सीमा पर रहने वाले भारत के कई गांवों के भक्त अपनी आराध्य देवी की पूजा में भाग नहीं ले सकेंगे। ====== खरही में कोरोना के चलते कृष्ण लीला स्थगित
लोहाघाट : लधियाघाटी क्षेत्र के ग्राम पंचायत खरही में शनिवार को बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कोविड-19 के चलते कृष्ण लीला के स्थान पर परंपरा का निर्वहन करने के लिए एक दिवसीय सुंदर कांड पाठ करने का निर्णय लिया।
बैठक के दौरान समिति ने कहा कि देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है। जिसके चलते कृष्ण लीला मंचन करना असंभव है।