33 घंटे बाद आंशिक रू प से खुला नेशनल हाईवे
पहाड़ी दरकने से बंद हुआ नेशनल हाईवे 33 घंटे बाद आंशिक रू प से वाहनों के आवागमन के लिए खुल गया।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: पहाड़ी दरकने से बंद हुआ नेशनल हाईवे 33 घंटे बाद आंशिक रू प से वाहनों के आवागमन के लिए खुल गया। मार्ग पर फंसे सैकड़ों वाहन अपराह्न बाद जिला मुख्यालय पहुंच गए। सड़क पर जमा हजारों टन मलबे को साफ करने के लिए एनएच को पूरे एक हफ्ते का समय लगेगा।
बीते रोज जिला मुख्यालय से 22 किमी.दूर चुपकोट बैंड के पास विशाल पहाड़ी ढह गई। मलबा एनएच पर फैल गया। जिससे मार्ग पर आवागमन बंद हो गया। दिल्ली, देहरादून से यात्रा कर लौट रहे यात्री देर सायं तक फंसे रहे। यात्रियों के आक्रोश के बाद जिला मुख्यालय से रोडवेज के वाहन चुपकोट बैंड तक भेजे गए। करीब आधा किलोमीटर तक सड़क पर फैले मलबे को पारकर यात्री दूसरी और खड़े वाहनों तक पहुंचे। यात्रियों को देर रात जिला मुख्यालय लाया गया। सब्जी कुकिंग गैस के वाहन चुपकोट में ही फंसे रहे।
गुरुवार को 33 घंटे बाद चुपकोट बैंड में सिंगल वाहन निकलने लायक मलबा साफ कर लिया गया। अपराह्न एक बजे से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। फिलहाल वाहनों को एकतरफा आवागमन ही करना पड़ रहा है। 33 घंटे से फंसी रोडवेज बस, सब्जी, खाद्यान्न के ट्रक और कुकिंग गैस के वाहन अपराह्न में जिला मुख्यालय पहुंच गए। आवागमन शुरू हो जाने से लोगों को खासी राहत मिली है। ======== पैदल गई शव यात्राएं जिला मुख्यालय से गुरुवार को रामेश्वर घाट के लिए निकली शवयात्राएं चुपकोट बैंड के पास फंस गई। शवयात्रियों को पैदल ही बंद मार्ग को पार करना पड़ा। इसके बाद यात्राएं दूसरे वाहनों से रामेश्वर के लिए रवाना हुई। जिला मुख्यायल से लोहाघाट, चम्पावत के लिए जाने वाली बारातें वाया थल होते हुए गंतव्य तक पहुंची। बारातियों को 120 किमी.से अधिक अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ी। ====== चुपकोट बैंड के पास सिंगल वाहनों के आवागमन के लिए मार्ग खोल लिया गया है। पूरा मलबा हटाने में एक हफ्ते का समय लग सकता है। मलबे से सड़क को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।
- पीएल चौधरी, सहायक अभियंता, एनएच